'हम भारत के साथ मिलकर...', मुंबई हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर क्या बोला US?
'हम भारत के साथ मिलकर...', मुंबई हमलों के आरोपी तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर क्या बोला US?
अमेरिकी विभाग का कहना है अमेरिका-भारत के साथ मिलकर आतंकवाद की वैश्विक समस्या से निपटने के लिए काम करना जारी रखेंगे। अमेरिकी विदेश विभाग ने भारत के साथ मिलकर वैश्विक आतंकवाद से निपटने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने ने ये बात बोली है। उन्होंने कहा 26/11 हमलों में शामिल होने के लिए तहव्वुर राणा को मुकदमे का सामना करना पड़ेगा।
तहव्वुर राणा के प्रत्यर्पण पर अमेरिका का बयान
HIGHLIGHTSअमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने दिया बयान।
अमेरिका ने आतंकवाद से निपटने के लिए भारत का समर्थन किया।
अमेरिकी विभाग का कहना है अमेरिका-भारत के साथ मिलकर आतंकवाद की वैश्विक समस्या से निपटने के लिए काम करना जारी रखेंगे। अमेरिकी विदेश विभाग ने भारत के साथ मिलकर वैश्विक आतंकवाद से निपटने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने ने ये बात बोली है। उन्होंने कहा 26/11 हमलों में शामिल होने के लिए तहव्वुर राणा को मुकदमे का सामना करना पड़ेगा।

HIGHLIGHTSअमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने दिया बयान।
अमेरिका ने आतंकवाद से निपटने के लिए भारत का समर्थन किया।
मुंबई आतंकी हमले 26/11 के आरोपी तहव्वुर राणा को कड़ी सुरक्षा के बीच अमेरिका से भारत लाया गया। इस बीच अमेरिका विदेश विभाग का बयान सामने आया है। अमेरिकी विभाग का कहना है, अमेरिका-भारत के साथ मिलकर आतंकवाद की वैश्विक समस्या से निपटने के लिए काम करना जारी रखेंगे। अमेरिकी विदेश विभाग ने भारत के साथ मिलकर वैश्विक आतंकवाद से निपटने की अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।
एक प्रेस वार्ता के दौरान, अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने कहा कि अमेरिका ने हमलों के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराने के भारत की कोशिशों का लगातार समर्थन किया है।
उन्होंने राणा के प्रत्यर्पण पर गर्व व्यक्त किया। टैमी ब्रूस ने कहा कि अब वह भारत के कब्जे में है और 26/11 हमलों में शामिल होने के लिए उसे मुकदमा का सामना करना पड़ेगा।
अमेरिका ने किया भारत का समर्थन
टैमी ब्रूस ने आगे कहा, 'अमेरिका ने इन हमलों के लिए जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में लाने के भारत के प्रयासों का लंबे समय से समर्थन किया है और जैसा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है, अमेरिका और भारत आतंकवाद के वैश्विक संकट से निपटने के लिए मिलकर काम करना जारी रखेंगे।
अमेरिकी हिरासत में था तहव्वुर राणाराष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 2008 की हिंसा के मुख्य साजिशकर्ता को न्याय के कटघरे में लाने के लिए कई सालों तक लगातार और ठोस प्रयासों के बाद राणा का प्रत्यर्पण सफलतापूर्वक करवाया। एनआईए के अनुसार, राणा को उसके प्रत्यर्पण के लिए भारत-अमेरिका प्रत्यर्पण बातचीत के तहत शुरू की गई कार्यवाही के तहत अमेरिका में न्यायिक हिरासत में रखा गया था।
18 दिन तक NIA की हिरासत में राणा
राणा की तरफ से इस कदम को रोकने के लिए सभी कानूनी रास्ते आजमाने के बाद आखिरकार प्रत्यर्पण हो पाया। शुक्रवार को एक विशेष राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) अदालत ने राणा को 18 दिनों की एनआईए हिरासत में भेज दिया।
एक प्रेस वार्ता के दौरान, अमेरिकी विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने कहा कि अमेरिका ने हमलों के लिए जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराने के भारत की कोशिशों का लगातार समर्थन किया है।
उन्होंने राणा के प्रत्यर्पण पर गर्व व्यक्त किया। टैमी ब्रूस ने कहा कि अब वह भारत के कब्जे में है और 26/11 हमलों में शामिल होने के लिए उसे मुकदमा का सामना करना पड़ेगा।
अमेरिका ने किया भारत का समर्थन
टैमी ब्रूस ने आगे कहा, 'अमेरिका ने इन हमलों के लिए जिम्मेदार लोगों को न्याय के कटघरे में लाने के भारत के प्रयासों का लंबे समय से समर्थन किया है और जैसा कि राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा है, अमेरिका और भारत आतंकवाद के वैश्विक संकट से निपटने के लिए मिलकर काम करना जारी रखेंगे।
अमेरिकी हिरासत में था तहव्वुर राणाराष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने 2008 की हिंसा के मुख्य साजिशकर्ता को न्याय के कटघरे में लाने के लिए कई सालों तक लगातार और ठोस प्रयासों के बाद राणा का प्रत्यर्पण सफलतापूर्वक करवाया। एनआईए के अनुसार, राणा को उसके प्रत्यर्पण के लिए भारत-अमेरिका प्रत्यर्पण बातचीत के तहत शुरू की गई कार्यवाही के तहत अमेरिका में न्यायिक हिरासत में रखा गया था।
18 दिन तक NIA की हिरासत में राणा
राणा की तरफ से इस कदम को रोकने के लिए सभी कानूनी रास्ते आजमाने के बाद आखिरकार प्रत्यर्पण हो पाया। शुक्रवार को एक विशेष राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) अदालत ने राणा को 18 दिनों की एनआईए हिरासत में भेज दिया।
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