शशांक सिंह नहीं जानते थे कि श्रेयस अय्यर 97 रन पर हैं, पंजाब किंग्स के कप्तान बोले- 'मेरे शतक की चिंता ना कर, बस मार'
शशांक सिंह नहीं जानते थे कि श्रेयस अय्यर 97 रन पर हैं, पंजाब किंग्स के कप्तान बोले- 'मेरे शतक की चिंता ना कर, बस मार'
श्रेयस अय्यर 42 गेंदों में 97 रन बनाकर खेल रहे थे लेकिन आखिरी ओवर में शशांक सिंह ने उन्हें स्ट्राइक नहीं दी। शशांक सिंह ने सिराज के ओवर में पांच चौके जड़े और कुछ 23 रन बटोरे। शशांक सिंह ने पारी के ब्रेक के दौरान कप्तान श्रेयस अय्यर को शतक नहीं बनाने के बारे में खुलासा किया। शशांक ने बताया कि कप्तान की तरफ से उन्हें क्या संदेश मिला था।
श्रेयस अय्यर ने गुजरात के खिलाफ नाबाद 97 रन बनाए
श्रेयस अय्यर 42 गेंदों में 97 रन बनाकर खेल रहे थे लेकिन आखिरी ओवर में शशांक सिंह ने उन्हें स्ट्राइक नहीं दी। शशांक सिंह ने सिराज के ओवर में पांच चौके जड़े और कुछ 23 रन बटोरे। शशांक सिंह ने पारी के ब्रेक के दौरान कप्तान श्रेयस अय्यर को शतक नहीं बनाने के बारे में खुलासा किया। शशांक ने बताया कि कप्तान की तरफ से उन्हें क्या संदेश मिला था।

पंजाब किंग्स और गुजरात टाइटंस के बीच मंगलवार को आईपीएल 2025 का पांचवां मुकाबला अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला गया। पंजाब की पारी के दौरान 17वें से 20वें ओवर के बीच श्रेयस अय्यर ने केवल 4 गेंदों का सामना किया और 7 रन बनाए।
पंजाब किंग्स की पारी की समाप्ति पर कप्तान श्रेयस अय्यर 97 रन बनाकर नाबाद रहे। वह शतक से चूक गए। मगर अंतिम ओवरों में उनके दिमाग में शतक कहीं नहीं था। शशांक सिंह ने आखिरी के तीन ओवरों में ज्यादातर स्ट्राइक अपने पास रखी और दनादन चौके-छक्के की बरसात की। उन्होंने बताया कि कप्तान श्रेयस अय्यर से क्या संदेश मिला था।
शशांक सिंह ने बताया कि श्रेयस अय्यर ने कहा- मेरे शतक के बारे में सोचना नहीं। हर बॉल पर शॉट मार। शशांक ने ऐसा ही किया। वह पंजाब की पारी के दौरान 16वें ओवर में सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे। उन्होंने केवल 16 गेंदों में 6 चौके और दो छक्के की मदद से नाबाद 44 रन बनाए व कप्तान के साथ छठे विकेट के लिए 81 रन की साझेदारी की।
शशांक सिंह ने क्या कहाश्रेयस अय्यर और शशांक सिंह की पारी के दम पर पंजाब किंग्स ने निर्धारित 20 ओवर में 5 विकेट खोकर 243 रन बनाए। शशांक ने पारी के ब्रेक के दौरान प्रसारणकर्ता से बातचीत में कहा, 'मैं आपको ईमानदारी से कहूं। पहली गेंद से अय्यर ने कहा कि मेरे शतक की चिंता नहीं करना। बस गेंद देख और उस पर रिएक्ट कर।'
श्रेयस को आखिरी ओवर में स्ट्राइक नहीं मिली, लेकिन शशांक ने सिराज के ओवर में पांच बाउंड्री जमाई और 23 रन बटोरे। यह निर्णायक साबित हुआ क्योंकि पंजाब ने गुजरात को 11 रन से मात दी। अगर शशांक सिंह कप्तान को स्ट्राइक देते और वो अपना शतक भी पूरा कर लेते, लेकिन तब टीम का कुल स्कोर कितना होता? इसका अनुमान लगाना मुश्किल है।
श्रेयस बहुत सेल्फलेस रहेशशांक ने बताया कि वो स्कोरकार्ड नहीं देख रहे थे। उन्होंने जब कप्तान श्रेयस को स्ट्राइक देने का सोचा तो अय्यर ने आकर कहा कि स्ट्राइक छोड़, बस जितना हो सके बाउंड्री जमा। छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी शशांक सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस में इसका खुलासा किया।
उन्होंने कहा, 'मैंने स्कोरबोर्ड नहीं देखा था। जब पहली गेंद पर मैंने शॉट खेला तो देखा कि अय्यर 97 रन पर है। मुझे कुछ कहना नहीं पड़ा। वो आए और बोले- शशांक मेरे 100 के बारे में मत सोच। मैं पूछने ही जा रहा था कि आपको सिंगल लेकर स्ट्राइक दूं क्योंकि आईपीएल में शतक आसानी से नहीं बनता।' शशांक सिंह ने कहा कि श्रेयस अय्यर की सेल्फलेसनेस ने उन्हें काफी प्रोत्साहित किया।
पंजाब किंग्स की पारी की समाप्ति पर कप्तान श्रेयस अय्यर 97 रन बनाकर नाबाद रहे। वह शतक से चूक गए। मगर अंतिम ओवरों में उनके दिमाग में शतक कहीं नहीं था। शशांक सिंह ने आखिरी के तीन ओवरों में ज्यादातर स्ट्राइक अपने पास रखी और दनादन चौके-छक्के की बरसात की। उन्होंने बताया कि कप्तान श्रेयस अय्यर से क्या संदेश मिला था।
शशांक सिंह ने बताया कि श्रेयस अय्यर ने कहा- मेरे शतक के बारे में सोचना नहीं। हर बॉल पर शॉट मार। शशांक ने ऐसा ही किया। वह पंजाब की पारी के दौरान 16वें ओवर में सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करने उतरे। उन्होंने केवल 16 गेंदों में 6 चौके और दो छक्के की मदद से नाबाद 44 रन बनाए व कप्तान के साथ छठे विकेट के लिए 81 रन की साझेदारी की।
शशांक सिंह ने क्या कहाश्रेयस अय्यर और शशांक सिंह की पारी के दम पर पंजाब किंग्स ने निर्धारित 20 ओवर में 5 विकेट खोकर 243 रन बनाए। शशांक ने पारी के ब्रेक के दौरान प्रसारणकर्ता से बातचीत में कहा, 'मैं आपको ईमानदारी से कहूं। पहली गेंद से अय्यर ने कहा कि मेरे शतक की चिंता नहीं करना। बस गेंद देख और उस पर रिएक्ट कर।'
श्रेयस को आखिरी ओवर में स्ट्राइक नहीं मिली, लेकिन शशांक ने सिराज के ओवर में पांच बाउंड्री जमाई और 23 रन बटोरे। यह निर्णायक साबित हुआ क्योंकि पंजाब ने गुजरात को 11 रन से मात दी। अगर शशांक सिंह कप्तान को स्ट्राइक देते और वो अपना शतक भी पूरा कर लेते, लेकिन तब टीम का कुल स्कोर कितना होता? इसका अनुमान लगाना मुश्किल है।
श्रेयस बहुत सेल्फलेस रहेशशांक ने बताया कि वो स्कोरकार्ड नहीं देख रहे थे। उन्होंने जब कप्तान श्रेयस को स्ट्राइक देने का सोचा तो अय्यर ने आकर कहा कि स्ट्राइक छोड़, बस जितना हो सके बाउंड्री जमा। छत्तीसगढ़ के खिलाड़ी शशांक सिंह ने प्रेस कांफ्रेंस में इसका खुलासा किया।
उन्होंने कहा, 'मैंने स्कोरबोर्ड नहीं देखा था। जब पहली गेंद पर मैंने शॉट खेला तो देखा कि अय्यर 97 रन पर है। मुझे कुछ कहना नहीं पड़ा। वो आए और बोले- शशांक मेरे 100 के बारे में मत सोच। मैं पूछने ही जा रहा था कि आपको सिंगल लेकर स्ट्राइक दूं क्योंकि आईपीएल में शतक आसानी से नहीं बनता।' शशांक सिंह ने कहा कि श्रेयस अय्यर की सेल्फलेसनेस ने उन्हें काफी प्रोत्साहित किया।
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