मुझे मेंटली टॉर्चर...', 122 करोड़ के Bank Scam में शामिल होने की खबरों पर Preity Zinta का फूटा गुस्सा
मुझे मेंटली टॉर्चर...', 122 करोड़ के Bank Scam में शामिल होने की खबरों पर Preity Zinta का फूटा गुस्सा
न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक स्कैम में प्रीति जिंटा (Preity Zinta) का नाम आने पर फिल्मी दुनिया में हलचल मच गई थी। विवादों से दूर रहने वालीं प्रीति को लेकर खबर आई थी कि उन्होने करोड़ों का लोन लिया था और इसे न चुकाने के चलते माफ कर दिया गया था। अब प्रीति ने एक बार फिर इस विवाद पर गुस्सा जाहिर किया है। जानिए उन्होंने क्या कहा है।
बैंक स्कैम में नाम आने पर भड़कीं प्रीति जिंटा। फोटो क्रेडिट- इंस्टाग्राम
प्रीति जिंटा इन दिनों लाइमलाइट में हैं। कुछ समय पहले एक रिपोर्ट में न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक स्कैम में प्रीति जिंटा का नाम भी सामने आया था। कहा गया था कि एक्ट्रेस को 18 करोड़ रुपये का लोन दिया गया था जो बाद में बिना चुकाए ही माफ हो गया। कहा जा रहा था कि उनके खिलाफ जांच होगी। हालांकि, अब ऐसा नहीं होगा।
मुंबई के न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक में 122 करोड़ गबन का मामला सामना आया है। कुछ दिन पहले एक रिपोर्ट सामने आई थी जिसमें दावा किया गया था कि बैंक ने नियमों का पालन किए बिना कुछ चहेते लोगों को बड़ा कर्ज दिया था और उनके कर्ज माफ भी किए गए थे। इसमें एक नाम प्रीति जिंटा का भी बताया जा रहा था। बाद में एक्ट्रेस ने सफाई दी थी कि उनका कोई कर्ज माफ नहीं हुआ, उन्होंन 10 साल पहले ही कर्ज चुका दिया था।
EOW नहीं करेगी प्रीति जिंटा के मामले की जांचबाद में प्रीति जिंटा को लेकर खबर आ रही थी कि शायद इकोनॉमिक्स ऑफेंसेस विंग (EOW) मामले की जांच करेगी। हालांकि, EOW ने साफ कर दिया है कि प्रीति जिंटा से जुड़ा मामला उनकी जांच का हिस्सा नहीं है। अभी तक प्रीति के खिलाफ कोई शिकायत नहीं मिली है। अब वीर जारा एक्ट्रेस ने सोशल मीडिया पर कई सारे पोस्ट्स शेयर कर आरोप पर चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने EOW के जांच न करने वाले आर्टिकल्स का स्क्रीनशॉट शेयर किया है।
प्रीति जिंटा ने की माफी की डिमांड साथ ही प्रीति जिंटा ने कैप्शन में लिखा, "बहुत से लोग सुचेता दलाल द्वारा समाचार के रूप में फैलाई गई एक फर्जी खबर के बारे में सबूत चाहते थे। यह रहा। अब क्या प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया को ऐसे पत्रकारों पर ध्यान देना चाहिए और उन्हें क्या सजा मिलनी चाहिए? साथ ही मुझे उन सभी लोगों से माफी चाहिए जिन्होंने बिना किसी पुष्टि के इस कहानी को चलाया और मेरी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया और मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। आखिरकार पत्रकारिता ईमानदारी और जवाबदेही के बारे में होनी चाहिए, न कि आलस्य और उत्पीड़न के बहाने के बारे में। मैं अपना मामला यहीं समाप्त करती हूं।"
न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक स्कैम में प्रीति जिंटा (Preity Zinta) का नाम आने पर फिल्मी दुनिया में हलचल मच गई थी। विवादों से दूर रहने वालीं प्रीति को लेकर खबर आई थी कि उन्होने करोड़ों का लोन लिया था और इसे न चुकाने के चलते माफ कर दिया गया था। अब प्रीति ने एक बार फिर इस विवाद पर गुस्सा जाहिर किया है। जानिए उन्होंने क्या कहा है।
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प्रीति जिंटा इन दिनों लाइमलाइट में हैं। कुछ समय पहले एक रिपोर्ट में न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक स्कैम में प्रीति जिंटा का नाम भी सामने आया था। कहा गया था कि एक्ट्रेस को 18 करोड़ रुपये का लोन दिया गया था जो बाद में बिना चुकाए ही माफ हो गया। कहा जा रहा था कि उनके खिलाफ जांच होगी। हालांकि, अब ऐसा नहीं होगा।
मुंबई के न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक में 122 करोड़ गबन का मामला सामना आया है। कुछ दिन पहले एक रिपोर्ट सामने आई थी जिसमें दावा किया गया था कि बैंक ने नियमों का पालन किए बिना कुछ चहेते लोगों को बड़ा कर्ज दिया था और उनके कर्ज माफ भी किए गए थे। इसमें एक नाम प्रीति जिंटा का भी बताया जा रहा था। बाद में एक्ट्रेस ने सफाई दी थी कि उनका कोई कर्ज माफ नहीं हुआ, उन्होंन 10 साल पहले ही कर्ज चुका दिया था।
EOW नहीं करेगी प्रीति जिंटा के मामले की जांचबाद में प्रीति जिंटा को लेकर खबर आ रही थी कि शायद इकोनॉमिक्स ऑफेंसेस विंग (EOW) मामले की जांच करेगी। हालांकि, EOW ने साफ कर दिया है कि प्रीति जिंटा से जुड़ा मामला उनकी जांच का हिस्सा नहीं है। अभी तक प्रीति के खिलाफ कोई शिकायत नहीं मिली है। अब वीर जारा एक्ट्रेस ने सोशल मीडिया पर कई सारे पोस्ट्स शेयर कर आरोप पर चुप्पी तोड़ी है। उन्होंने EOW के जांच न करने वाले आर्टिकल्स का स्क्रीनशॉट शेयर किया है।
प्रीति जिंटा ने की माफी की डिमांड साथ ही प्रीति जिंटा ने कैप्शन में लिखा, "बहुत से लोग सुचेता दलाल द्वारा समाचार के रूप में फैलाई गई एक फर्जी खबर के बारे में सबूत चाहते थे। यह रहा। अब क्या प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया को ऐसे पत्रकारों पर ध्यान देना चाहिए और उन्हें क्या सजा मिलनी चाहिए? साथ ही मुझे उन सभी लोगों से माफी चाहिए जिन्होंने बिना किसी पुष्टि के इस कहानी को चलाया और मेरी प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया और मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। आखिरकार पत्रकारिता ईमानदारी और जवाबदेही के बारे में होनी चाहिए, न कि आलस्य और उत्पीड़न के बहाने के बारे में। मैं अपना मामला यहीं समाप्त करती हूं।"
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