इकोनॉमी के लिए गुड न्यूज, 6 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंचा औद्योगिक उत्पादन
इकोनॉमी के लिए गुड न्यूज, 6 महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंचा औद्योगिक उत्पादन
गत नवंबर में औद्योगिक उत्पादन के कुल प्रदर्शन के साथ मैन्युफैक्चरिंग का प्रदर्शन भी बेहतर रहा। मैन्युफैक्चरिंग में 5.8 प्रतिशत तो कैपिटल गुड्स में नौ प्रतिशत का इजाफा रहा। मैन्युफैक्चरिंग और कैपिटल गुड्स में बढ़ोतरी अर्थव्यवस्था के लिए अच्छे संकेत है क्योंकि मैन्युफैक्चरिंग बढ़ने से रोजगार निकलते हैं। कैपिटल गुड्स के बढ़ने का मतलब है कि आने वाले समय में औद्योगिक उत्पादन में विस्तार की तैयारी हो रही है।
पिछले अक्टूबर में मैन्युफैक्चरिंग में 4.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी।
गत नवंबर में औद्योगिक उत्पादन के कुल प्रदर्शन के साथ मैन्युफैक्चरिंग का प्रदर्शन भी बेहतर रहा। मैन्युफैक्चरिंग में 5.8 प्रतिशत तो कैपिटल गुड्स में नौ प्रतिशत का इजाफा रहा। मैन्युफैक्चरिंग और कैपिटल गुड्स में बढ़ोतरी अर्थव्यवस्था के लिए अच्छे संकेत है क्योंकि मैन्युफैक्चरिंग बढ़ने से रोजगार निकलते हैं। कैपिटल गुड्स के बढ़ने का मतलब है कि आने वाले समय में औद्योगिक उत्पादन में विस्तार की तैयारी हो रही है।
पिछले अक्टूबर में मैन्युफैक्चरिंग में 4.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी।
गत नवंबर माह के औद्योगिक उत्पादन में वर्ष 2023 के नवंबर के मुकाबले 5.2 प्रतिशत की बढ़ोतरी दर्ज की गई जो पिछले छह माह में सबसे अधिक है। जानकारों का कहना है कि त्योहारी सीजन की वजह से औद्योगिक उत्पादन में यह बढ़ोतरी दर्ज की गई। पिछले साल अक्टूबर में औद्योगिक उत्पादन में 3.7 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी।
गत नवंबर में औद्योगिक उत्पादन के कुल प्रदर्शन के साथ मैन्युफैक्चरिंग का प्रदर्शन भी बेहतर रहा। नवंबर में मैन्युफैक्चरिंग में 5.8 प्रतिशत तो कैपिटल गुड्स में नौ प्रतिशत का इजाफा रहा। मैन्युफैक्चरिंग और कैपिटल गुड्स में बढ़ोतरी अर्थव्यवस्था के लिए अच्छे संकेत है क्योंकि मैन्युफैक्चरिंग बढ़ने से रोजगार निकलते हैं और कैपिटल गुड्स के बढ़ने का मतलब होता है कि आने वाले समय में औद्योगिक उत्पादन में विस्तार की तैयारी हो रही है।
मैन्युफैक्चरिंग में बड़ा उछाल
पिछले अक्टूबर में मैन्युफैक्चरिंग में 4.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी। गत नवंबर में इंफ्रास्ट्रक्चर एवं कंस्ट्रक्शन में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही और इस सेक्टर में बढ़ोतरी से भी रोजगार के सृजन में मदद मिलती है।
उद्योग विभाग के आंकड़ों के मुताबिक गत नवंबर में खनन उत्पादन का प्रदर्शन बेहतर नहीं रहा और इस सेक्टर में सिर्फ 1.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही। बिजली के उत्पादन में 4.4 प्रतिशत, प्राइमरी गुड्स में 2.7 प्रतिशत, इंटरमीडिएट गुड्स में पांच प्रतिशत, कंज्यूमर ड्यूरेबल में 13.1 प्रतिशत तो कंज्यूमर नॉन-ड्यूरेबल में 0.6 प्रतिशत का इजाफा रहा।
गत नवंबर में औद्योगिक उत्पादन के कुल प्रदर्शन के साथ मैन्युफैक्चरिंग का प्रदर्शन भी बेहतर रहा। नवंबर में मैन्युफैक्चरिंग में 5.8 प्रतिशत तो कैपिटल गुड्स में नौ प्रतिशत का इजाफा रहा। मैन्युफैक्चरिंग और कैपिटल गुड्स में बढ़ोतरी अर्थव्यवस्था के लिए अच्छे संकेत है क्योंकि मैन्युफैक्चरिंग बढ़ने से रोजगार निकलते हैं और कैपिटल गुड्स के बढ़ने का मतलब होता है कि आने वाले समय में औद्योगिक उत्पादन में विस्तार की तैयारी हो रही है।
मैन्युफैक्चरिंग में बड़ा उछाल
पिछले अक्टूबर में मैन्युफैक्चरिंग में 4.4 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई थी। गत नवंबर में इंफ्रास्ट्रक्चर एवं कंस्ट्रक्शन में 10 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही और इस सेक्टर में बढ़ोतरी से भी रोजगार के सृजन में मदद मिलती है।
उद्योग विभाग के आंकड़ों के मुताबिक गत नवंबर में खनन उत्पादन का प्रदर्शन बेहतर नहीं रहा और इस सेक्टर में सिर्फ 1.9 प्रतिशत की बढ़ोतरी रही। बिजली के उत्पादन में 4.4 प्रतिशत, प्राइमरी गुड्स में 2.7 प्रतिशत, इंटरमीडिएट गुड्स में पांच प्रतिशत, कंज्यूमर ड्यूरेबल में 13.1 प्रतिशत तो कंज्यूमर नॉन-ड्यूरेबल में 0.6 प्रतिशत का इजाफा रहा।
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