क्या गिरफ्तार होंगे Vladimir Putin? मंगोलिया पहुंचते ही उठने लगी मांग, ICC ने जारी कर रखा है वारंट
क्या गिरफ्तार होंगे Vladimir Putin? मंगोलिया पहुंचते ही उठने लगी मांग, ICC ने जारी कर रखा है वारंट
Putin Arrest Demand पुतिन की यात्रा सोवियत-मंगोलिया सैनिकों की जापान पर संयुक्त जीत की 85वीं वर्षगांठ के चलते हो रही है। मंगोलिया पहुंचते ही पुतिन की गिरफ्तारी की मांग तेजी हो गई है जिसपर पूरी दुनिया की निगाहें भी टिकी हैं। इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने पुतिन की गिरफ्तारी का वारंट जारी किया हुआ है जिसपर अब यूक्रेन कार्रवाई करने की मांग कर रहा है।
Putin Arrest Demand पुतिन की गिरफ्तारी की मांग तेज।
Putin Arrest Demand रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज आधिकारिक यात्रा पर मंगोलिया पहुंचे हैं। पुतिन की ये यात्रा सोवियत-मंगोलिया सैनिकों की जापान पर संयुक्त जीत की 85वीं वर्षगांठ के चलते हो रही है। मंगोलिया पहुंचते ही पुतिन की गिरफ्तारी की मांग तेजी हो गई है, जिसपर पूरी दुनिया की निगाहें भी टिकी हैं।
आईसीसी के सदस्य देश से पहली मुलाकात
यूक्रेन ने भी पुतिन की गिरफ्तारी की बात कही है। दरअसल, ये मांग इसलिए हो रही है क्योंकि इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने पुतिन की गिरफ्तारी का वारंट जारी किया हुआ है और मंगोलिया इस कोर्ट का सदस्य देश है। पिछले साल पुतिन की गिरफ्तारी का वारंट जारी होने के बाद इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (आईसीसी) के किसी सदस्य से उनकी यह पहली मुलाकात थी।
कोर्ट ने युद्ध अपराध के लिए ये वारंट जारी किया है। कोर्ट का मानना है कि रूस ने जानबूझकर यूक्रेन के रिहायशी इलाकों को भी निशाना बनाया है।
इंटरनेशनल कोर्ट के आदेश की अवहेलना
बता दें कि इस हाई-प्रोफाइल यात्रा के कारण उलानबटार में पुतिन के उतरने के बाद उनको गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसे इंटरनेशनल कोर्ट और पश्चिमी देश के साथ अधिकार समूहों की अवहेलना के रूप में देखा जा रहा है।
रूसी नेता हेग स्थित अदालत में यूक्रेनी बच्चों के कथित अवैध निर्वासन के लिए वांछित हैं, क्योंकि रूसी सैनिकों ने 2022 में देश पर आक्रमण किया था।
यूक्रेन ने जताया रोष
यूक्रेन ने पुतिन की इस यात्रा पर रोष व्यक्त किया है। यूक्रेन ने इसी के साथ मंगोलिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो जो कर रहा है उसका सीधा मतलब यही है कि वो पुतिन का "युद्ध अपराधों" में साथ दे रहा है, क्योंकि उसने पुतिन को हवाई अड्डे पर हिरासत में नहीं लिया। वारंट के अनुसार, पुतिन को गिरफ्तार करना मंगोलिया की जिम्मेदारी है।
यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने कहा,
अंतरराष्ट्रीय वारंट पर वांछित रूसी नेता व्लादिमीर पुतिन को गिरफ्तार करने में मंगोलिया की विफलता ने अंतरराष्ट्रीय आपराधिक कानून प्रणाली को एक गंभीर झटका दिया है।
मंगोलिया का भी आया बयान
दूसरी ओर मंगोलिया की सरकार ने पुतिन को गिरफ्तार करने की कॉल पर कोई टिप्पणी नहीं की है। राष्ट्रपति उखनागीन खुरेलसुख के एक प्रवक्ता ने सोशल मीडिया पर उन खबरों का खंडन किया कि आईसीसी ने एक पत्र भेजकर उनसे उनके दौरे पर वारंट पर अमल करने के लिए कहा था।
Putin Arrest Demand पुतिन की यात्रा सोवियत-मंगोलिया सैनिकों की जापान पर संयुक्त जीत की 85वीं वर्षगांठ के चलते हो रही है। मंगोलिया पहुंचते ही पुतिन की गिरफ्तारी की मांग तेजी हो गई है जिसपर पूरी दुनिया की निगाहें भी टिकी हैं। इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने पुतिन की गिरफ्तारी का वारंट जारी किया हुआ है जिसपर अब यूक्रेन कार्रवाई करने की मांग कर रहा है।
Putin Arrest Demand पुतिन की गिरफ्तारी की मांग तेज।
Putin Arrest Demand रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन आज आधिकारिक यात्रा पर मंगोलिया पहुंचे हैं। पुतिन की ये यात्रा सोवियत-मंगोलिया सैनिकों की जापान पर संयुक्त जीत की 85वीं वर्षगांठ के चलते हो रही है। मंगोलिया पहुंचते ही पुतिन की गिरफ्तारी की मांग तेजी हो गई है, जिसपर पूरी दुनिया की निगाहें भी टिकी हैं।
आईसीसी के सदस्य देश से पहली मुलाकात
यूक्रेन ने भी पुतिन की गिरफ्तारी की बात कही है। दरअसल, ये मांग इसलिए हो रही है क्योंकि इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट ने पुतिन की गिरफ्तारी का वारंट जारी किया हुआ है और मंगोलिया इस कोर्ट का सदस्य देश है। पिछले साल पुतिन की गिरफ्तारी का वारंट जारी होने के बाद इंटरनेशनल क्रिमिनल कोर्ट (आईसीसी) के किसी सदस्य से उनकी यह पहली मुलाकात थी।
कोर्ट ने युद्ध अपराध के लिए ये वारंट जारी किया है। कोर्ट का मानना है कि रूस ने जानबूझकर यूक्रेन के रिहायशी इलाकों को भी निशाना बनाया है।
इंटरनेशनल कोर्ट के आदेश की अवहेलना
बता दें कि इस हाई-प्रोफाइल यात्रा के कारण उलानबटार में पुतिन के उतरने के बाद उनको गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। इसे इंटरनेशनल कोर्ट और पश्चिमी देश के साथ अधिकार समूहों की अवहेलना के रूप में देखा जा रहा है।
रूसी नेता हेग स्थित अदालत में यूक्रेनी बच्चों के कथित अवैध निर्वासन के लिए वांछित हैं, क्योंकि रूसी सैनिकों ने 2022 में देश पर आक्रमण किया था।
यूक्रेन ने जताया रोष
यूक्रेन ने पुतिन की इस यात्रा पर रोष व्यक्त किया है। यूक्रेन ने इसी के साथ मंगोलिया पर आरोप लगाते हुए कहा कि वो जो कर रहा है उसका सीधा मतलब यही है कि वो पुतिन का "युद्ध अपराधों" में साथ दे रहा है, क्योंकि उसने पुतिन को हवाई अड्डे पर हिरासत में नहीं लिया। वारंट के अनुसार, पुतिन को गिरफ्तार करना मंगोलिया की जिम्मेदारी है।
यूक्रेन के विदेश मंत्रालय ने कहा,
अंतरराष्ट्रीय वारंट पर वांछित रूसी नेता व्लादिमीर पुतिन को गिरफ्तार करने में मंगोलिया की विफलता ने अंतरराष्ट्रीय आपराधिक कानून प्रणाली को एक गंभीर झटका दिया है।
मंगोलिया का भी आया बयान
दूसरी ओर मंगोलिया की सरकार ने पुतिन को गिरफ्तार करने की कॉल पर कोई टिप्पणी नहीं की है। राष्ट्रपति उखनागीन खुरेलसुख के एक प्रवक्ता ने सोशल मीडिया पर उन खबरों का खंडन किया कि आईसीसी ने एक पत्र भेजकर उनसे उनके दौरे पर वारंट पर अमल करने के लिए कहा था।
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