73 साल पहले 1951 में हुआ अपहरण, अब परिवार को जिंदा मिला शख्स; भावुक कर देगी बिछड़ने व मिलने की कहानी
73 साल पहले 1951 में हुआ अपहरण, अब परिवार को जिंदा मिला शख्स; भावुक कर देगी बिछड़ने व मिलने की कहानी
1951 में लुइस अल्बिनो का महिला ने अपहरण कर लिया था। अब वे अपने परिवार से मिले तो खुशी का ठिकाना न रहा। अल्बिनो से मिलने के उम्मीद में मां इस दुनिया से चल बसी। मगर मौत से पहले भाई रोजर ने लुइस अल्बिनो से मुलाकात जरूर कर ली। परिवार ने ऑनलाइन वंशावली परीक्षण और पुरानी तस्वीरों व अखबारों की कतरनों की मदद से 73 वर्षों बाद उन्हें ढूंढ निकाला।
अपने भाई रोजर के साथ लुइस अरमांडो अल्बिनो। (दाएं) (फोटो- क्रेडिट Alida Alequin)
3 साल पहले अपहरण का शिकार हुआ बच्चा अब वृद्धावस्था में परिवार को मिला तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा। डीएनए टेस्ट से व्यक्ति को खोजने में सफलता मिली। 21 फरवरी 1951 में लुइस अरमांडो अल्बिनो का महज छह साल की उम्र में अमेरिका के वेस्ट ओकलैंड पार्क से एक महिला ने अपहरण कर लिया था।
अल्बिनो पार्क में अपने 10 वर्षीय भाई के साथ खेल रहा था। तभी महिला उसे कैंडी दिलाने के बहाने बहला फुसला कर ले गई थी। उस वक्त पुलिस के अलावा एफबीआई ने मामले की जांच की थी। मगर लुइस अल्बिनो का कोई सुराग नहीं मिला था।
2005 में मां का हुआ निधन... मगर उम्मीद नहीं छोड़ी
द मर्करी न्यूज के मुताबिक अल्बिनो का जन्म प्यूर्टो रिको में हुआ था। मगर उसकी मां बाद में वेस्ट ओकलैंड में रहने लगी थी। अपहरण के बाद महिला ने उसे एक दंपत्ति के हवाले कर दिया था। हालांकि दंपत्ति ने अल्बिनो का अपने बेटे की तरह पालन-पोषण किया। साल 2005 में अल्बिनो की मां का निधन हो चुका है। हालांकि उन्होंने मरते दम तक उम्मीद नहीं छोड़ी। उन्हें हमेशा भरोसा था कि बेटा जिंदा है।
अखबारों की कतरन भी आई काम
ओकलैंड में रहने वाली 63 वर्षीय महिला एलिडा एलेक्विन ने अल्बिनो को खोज निकाला। महिला ने डीएनए टेस्ट और अखबारों की कतरन के सहारे अपने मामा को खोज निकाला। इसमें पुलिस, एफबीआई और न्याय विभाग ने भी अहम भूमिका निभाई। अपहृत अल्बिनो अब पिता और दादा बन चुके हैं।
हंसी मजाक में कराया था डीएनए टेस्ट
एलेक्विन ने हंसी मजाक में एक बार ऑनलाइन डीएनए टेस्ट कराया तो उसे पहली बार मामा के जिंदा होने की उम्मीद जगी। दरअसल, 22 फीसदी तक उसका डीएनए एक व्यक्ति से मिला। इसके बाद महिला ने अपने बेटियों के साथ उस शख्स के बारे में ऑनलाइन खोजना शुरू किया।
कुछ तस्वीरे मिलने पर उन्हें विश्वास हो गया कि मामा अभी जिंदा हैं। इसके बाद ओकलैंड पब्लिक लाइब्रेरी में महिला को ओकलैंड ट्रिब्यून के लेखों की माइक्रोफिल्म में अल्बिनो और रोजर की तस्वीरें मिलीं। इसके बाद महिला ने मामले की जानकारी पुलिस को दी।
पुलिस ने लुइस अल्बिनो को अमेरिका के पूर्वी तट से खोज निकाला। इसके बाद अल्बिनो और उसकी बहन यानी एलेक्विन की मां ने डीएनए टेस्ट कराया। जांच में दोनों-भाई बहन निकले।
जून में अपने परिवार से मिले अल्बिनो
एलेक्विन ने कहा कि मुझे हमेशा पता था कि मेरे एक मामा हैं। हम उनके बारे में बहुत बात करते थे। मेरी नानी अपने बटुए में अखबार का लेख रखती थी। जून में अल्बिनो ने अपने परिवार से मुलाकात की। अल्बिनो फायर फाइटर और मरीन कॉर्प्स से सेवानिवृत्त हैं। दो बार वियतनाम में भी ड्यूटी कर चुके हैं। एलिडा एलेक्विन ने कहा कि चाचा ने मुझे गले लगाया और खोजने के लिए धन्यवाद किया।
1951 में लुइस अल्बिनो का महिला ने अपहरण कर लिया था। अब वे अपने परिवार से मिले तो खुशी का ठिकाना न रहा। अल्बिनो से मिलने के उम्मीद में मां इस दुनिया से चल बसी। मगर मौत से पहले भाई रोजर ने लुइस अल्बिनो से मुलाकात जरूर कर ली। परिवार ने ऑनलाइन वंशावली परीक्षण और पुरानी तस्वीरों व अखबारों की कतरनों की मदद से 73 वर्षों बाद उन्हें ढूंढ निकाला।
अपने भाई रोजर के साथ लुइस अरमांडो अल्बिनो। (दाएं) (फोटो- क्रेडिट Alida Alequin)
3 साल पहले अपहरण का शिकार हुआ बच्चा अब वृद्धावस्था में परिवार को मिला तो खुशी का ठिकाना नहीं रहा। डीएनए टेस्ट से व्यक्ति को खोजने में सफलता मिली। 21 फरवरी 1951 में लुइस अरमांडो अल्बिनो का महज छह साल की उम्र में अमेरिका के वेस्ट ओकलैंड पार्क से एक महिला ने अपहरण कर लिया था।
अल्बिनो पार्क में अपने 10 वर्षीय भाई के साथ खेल रहा था। तभी महिला उसे कैंडी दिलाने के बहाने बहला फुसला कर ले गई थी। उस वक्त पुलिस के अलावा एफबीआई ने मामले की जांच की थी। मगर लुइस अल्बिनो का कोई सुराग नहीं मिला था।
2005 में मां का हुआ निधन... मगर उम्मीद नहीं छोड़ी
द मर्करी न्यूज के मुताबिक अल्बिनो का जन्म प्यूर्टो रिको में हुआ था। मगर उसकी मां बाद में वेस्ट ओकलैंड में रहने लगी थी। अपहरण के बाद महिला ने उसे एक दंपत्ति के हवाले कर दिया था। हालांकि दंपत्ति ने अल्बिनो का अपने बेटे की तरह पालन-पोषण किया। साल 2005 में अल्बिनो की मां का निधन हो चुका है। हालांकि उन्होंने मरते दम तक उम्मीद नहीं छोड़ी। उन्हें हमेशा भरोसा था कि बेटा जिंदा है।
अखबारों की कतरन भी आई काम
ओकलैंड में रहने वाली 63 वर्षीय महिला एलिडा एलेक्विन ने अल्बिनो को खोज निकाला। महिला ने डीएनए टेस्ट और अखबारों की कतरन के सहारे अपने मामा को खोज निकाला। इसमें पुलिस, एफबीआई और न्याय विभाग ने भी अहम भूमिका निभाई। अपहृत अल्बिनो अब पिता और दादा बन चुके हैं।
हंसी मजाक में कराया था डीएनए टेस्ट
एलेक्विन ने हंसी मजाक में एक बार ऑनलाइन डीएनए टेस्ट कराया तो उसे पहली बार मामा के जिंदा होने की उम्मीद जगी। दरअसल, 22 फीसदी तक उसका डीएनए एक व्यक्ति से मिला। इसके बाद महिला ने अपने बेटियों के साथ उस शख्स के बारे में ऑनलाइन खोजना शुरू किया।
कुछ तस्वीरे मिलने पर उन्हें विश्वास हो गया कि मामा अभी जिंदा हैं। इसके बाद ओकलैंड पब्लिक लाइब्रेरी में महिला को ओकलैंड ट्रिब्यून के लेखों की माइक्रोफिल्म में अल्बिनो और रोजर की तस्वीरें मिलीं। इसके बाद महिला ने मामले की जानकारी पुलिस को दी।
पुलिस ने लुइस अल्बिनो को अमेरिका के पूर्वी तट से खोज निकाला। इसके बाद अल्बिनो और उसकी बहन यानी एलेक्विन की मां ने डीएनए टेस्ट कराया। जांच में दोनों-भाई बहन निकले।
जून में अपने परिवार से मिले अल्बिनो
एलेक्विन ने कहा कि मुझे हमेशा पता था कि मेरे एक मामा हैं। हम उनके बारे में बहुत बात करते थे। मेरी नानी अपने बटुए में अखबार का लेख रखती थी। जून में अल्बिनो ने अपने परिवार से मुलाकात की। अल्बिनो फायर फाइटर और मरीन कॉर्प्स से सेवानिवृत्त हैं। दो बार वियतनाम में भी ड्यूटी कर चुके हैं। एलिडा एलेक्विन ने कहा कि चाचा ने मुझे गले लगाया और खोजने के लिए धन्यवाद किया।
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