वायनाड भूस्खलन में 17 परिवार पूरी तरह खत्म, सीएम बोले- किराए के घरों में रहने वालों को किराया देगी सरकार
वायनाड भूस्खलन में 17 परिवार पूरी तरह खत्म, सीएम बोले- किराए के घरों में रहने वालों को किराया देगी सरकार
केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने मंगलवार को बताया कि वायनाड आपदा में अब तक 179 शवों की पहचान की गई है। उन्होंने कहा कि भूस्खलन में 17 परिवार पूरी तरह तबाह हो गए इनका कोई सदस्य सुरक्षित नहीं बचा है। इन परिवारों के 65 लोगों की मौत हुई है। मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि प्रभावित परिवारों को आवास उपलब्ध कराने के प्रयास चल रहे हैं।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में वायनाड के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में 729 परिवार राहत शिविरों में हैं। इनमें से 219 परिवार शिविरों में रह रहे हैं, जबकि अन्य किराए के आवास या पारिवारिक घरों में चले गए हैं। सरकार किराए के घरों में रहने वालों को किराया सहायता प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि प्रभावित परिवारों को आवास उपलब्ध कराने के प्रयास चल रहे हैं। 75 सरकारी भवनों की मरम्मत की गई है और वे रहने के लिए तैयार हैं। इसके अतिरिक्त, सरकार द्वारा पहचाने गए 177 घर किराए पर उपलब्ध हैं, जिनमें से 123 रहने के लिए उपयुक्त हैं। अब तक 105 किराए के घर जरूरतमंद परिवारों को आवंटित किए गए हैं। उन्होंने घोषणा की कि 59 मृतकों के आश्रितों को छह-छह लाख रुपये वितरित किए गए हैं।
त्रिपुरा में भूस्खलन से सात की मौत
वहीं, त्रिपुरा में तीन से चार स्थानों पर लगातार बारिश के कारण हुए भूस्खलन में एक ही परिवार के तीन सदस्यों सहित कम से कम सात लोगों की मौत हो गई जबकि दो ग्रामीण लापता हो गए। राजस्व विभाग के सचिव बृजेश पांडे ने बताया कि दक्षिण त्रिपुरा जिले में पांच लोगों की मौत हुई है, जबकि गोमती और खोवाई जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। उन्होंने बताया कि लापता होने के दो मामले खोवाई और गोमती जिलों से सामने आए हैं।
केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने मंगलवार को बताया कि वायनाड आपदा में अब तक 179 शवों की पहचान की गई है। उन्होंने कहा कि भूस्खलन में 17 परिवार पूरी तरह तबाह हो गए इनका कोई सदस्य सुरक्षित नहीं बचा है। इन परिवारों के 65 लोगों की मौत हुई है। मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि प्रभावित परिवारों को आवास उपलब्ध कराने के प्रयास चल रहे हैं।
केरल के मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने मंगलवार को बताया कि वायनाड आपदा में अब तक 179 शवों की पहचान की गई है। उन्होंने कहा कि भूस्खलन में 17 परिवार पूरी तरह तबाह हो गए, इनका कोई सदस्य सुरक्षित नहीं बचा है। इन परिवारों के 65 लोगों की मौत हुई है।
उन्होंने कहा कि वर्तमान में वायनाड के आपदा प्रभावित क्षेत्रों में 729 परिवार राहत शिविरों में हैं। इनमें से 219 परिवार शिविरों में रह रहे हैं, जबकि अन्य किराए के आवास या पारिवारिक घरों में चले गए हैं। सरकार किराए के घरों में रहने वालों को किराया सहायता प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री विजयन ने कहा कि प्रभावित परिवारों को आवास उपलब्ध कराने के प्रयास चल रहे हैं। 75 सरकारी भवनों की मरम्मत की गई है और वे रहने के लिए तैयार हैं। इसके अतिरिक्त, सरकार द्वारा पहचाने गए 177 घर किराए पर उपलब्ध हैं, जिनमें से 123 रहने के लिए उपयुक्त हैं। अब तक 105 किराए के घर जरूरतमंद परिवारों को आवंटित किए गए हैं। उन्होंने घोषणा की कि 59 मृतकों के आश्रितों को छह-छह लाख रुपये वितरित किए गए हैं।
त्रिपुरा में भूस्खलन से सात की मौत
वहीं, त्रिपुरा में तीन से चार स्थानों पर लगातार बारिश के कारण हुए भूस्खलन में एक ही परिवार के तीन सदस्यों सहित कम से कम सात लोगों की मौत हो गई जबकि दो ग्रामीण लापता हो गए। राजस्व विभाग के सचिव बृजेश पांडे ने बताया कि दक्षिण त्रिपुरा जिले में पांच लोगों की मौत हुई है, जबकि गोमती और खोवाई जिलों में एक-एक व्यक्ति की मौत हुई है। उन्होंने बताया कि लापता होने के दो मामले खोवाई और गोमती जिलों से सामने आए हैं।
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