सामूहिक गोलीबारी करने वाले निकोलस क्रूज ने किया अनोखा समझौता, अपना मस्तिष्क विज्ञान को करेगा दान
सामूहिक गोलीबारी करने वाले निकोलस क्रूज ने किया अनोखा समझौता, अपना मस्तिष्क विज्ञान को करेगा दान
अमेरिका के फ्लोरिडा के एक हाई स्कूल में 7 छात्रों और कर्मचारियों की हत्या करने वाले निकोलस क्रूज ने अपना मस्तिष्क विज्ञान को दान करने की बात कही है। बता दें कि निकोलस क्रूज ने 14 फरवरी 2018 को पार्कलैंड के मार्जोरी स्टोनमैन डगलस हाई स्कूल में 17 छात्रों और कर्मचारियों को मारने के लिए AR-15 असॉल्ट राइफल का इस्तेमाल किया था।
अमेरिका के फ्लोरिडा के एक हाई स्कूल में 7 छात्रों और कर्मचारियों की हत्या करने वाले निकोलस क्रूज ने अपना मस्तिष्क विज्ञान को दान करने की बात कही है। बता दें कि निकोलस क्रूज ने 14 फरवरी 2018 को पार्कलैंड के मार्जोरी स्टोनमैन डगलस हाई स्कूल में 17 छात्रों और कर्मचारियों को मारने के लिए AR-15 असॉल्ट राइफल का इस्तेमाल किया था।
अमेरिका के फ्लोरिडा के एक हाई स्कूल में अर्ध-स्वचालित राइफल से 17 छात्रों और कर्मचारियों की हत्या करने वाले निकोलस क्रूज ने अपने पीड़ितों में से एक के साथ एक अनोखा नागरिक समझौता किया है। इस समझौते के तहत क्रूज ने अपना मस्तिष्क विज्ञान को दान करने पर सहमति जताई है। इसकी जानकारी न्यायालय के दस्तावेजों और विशेषज्ञों के अनुसार सामने आई है।
बता दें कि क्रूज ने 14 फरवरी, 2018 को पार्कलैंड के मार्जोरी स्टोनमैन डगलस हाई स्कूल में 17 छात्रों और कर्मचारियों को मारने के लिए AR-15 असॉल्ट राइफल का इस्तेमाल किया था। ये गोलीबारी की घटना अमेरिकी इतिहास की सबसे घातक गोलीबारी में से एक थी।
आरोपी क्रूज साइंस को देगा अपना दिमाग
अमेरिकी सामूहिक गोलीबारी करने वाले निकोलस क्रूज ने अनोखे समझौते के तहत अपना मस्तिष्क विज्ञान को दान करने की बात कही है।
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, यह असामान्य स्थिति 21 वर्षीय एंथनी बोर्गेस के वकील द्वारा प्रस्तावित की गई थी, जिसे हमले के दौरान पांच बार गोली मारी गई थी।
बोर्गेस के वकील एलेक्स एरेजा ने फॉक्स न्यूज डिजिटल को बताया कि मुझे लगा कि अगर वैज्ञानिक उसके मस्तिष्क का अध्ययन करें तो वे यह पता लगा पाएंगे कि इस राक्षस का निर्माण किसने किया।
मस्तिष्क का करेंगे अध्यन- एरेजा
हो सकता है कि किसी तरह का असंतुलन रहा हो जिसके कारण यह हुआ हो, जिसे हम भविष्य में रोक सकते हैं।
बर्कले स्थित वकील स्कॉट हर्नडॉन ने इस समझौते को अभूतपूर्व बताया। हर्नडॉन ने ही सामूहिक गोलीबारी के पीड़ितों का प्रतिनिधित्व किया है।
उन्होंने फॉक्स न्यूज़ डिजिटल से कहा कि मैंने पहले कभी ऐसा कुछ नहीं सुना। यह बहुत अनोखा मामला है। यह उन लोगों की भावना को रेखांकित करता है जो पीछे रह गए हैं कि भविष्य में इन नरसंहारों से बचने के लिए जो कुछ भी किया जा सकता है, वह किया जाना चाहिए।
क्रूज का नाम इस्तेमाल करने का मिला अधिकार
नए समझौते के तहत बोर्गेस को फिल्मों, किताबों और अन्य मीडिया में क्रूज के नाम का इस्तेमाल करने का अधिकार भी दिया गया है।
25 वर्षीय हत्यारा निकोलस क्रूज, जो वर्तमान में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है, को किसी भी इंटरव्यू में भाग लेने से पहले बोर्गेस की अनुमति लेनी होगी।
15 साल की उम्र में बोर्गेस उन 17 पीड़ितों में से एक था जो इस क्रूर हमले में बाल-बाल बच गए थे। उसने अपने शरीर का इस्तेमाल दरवाजा बंद करने के लिए किया, ताकि क्रूज उस कक्षा में प्रवेश न कर सके जहाँ वह और अन्य छात्र छिपे हुए थे।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि निकोलस क्रूज उबर कैब से छलांग लागाकर उतरा और मेर्जरी स्टोनमैन डगलस हाई स्कूल की 12वीं इमारत की ओर बढ़ गया। उसके हाथ में एक काला बैग था और एक दूसरा काले रंग का बैग उसकी पीठ पर भी था। स्कूल के भीतर एक शख्स ने क्रूज को देख लिया था। वह जानता था कि 19 साल का क्रूज स्कूल का पूर्व छात्र है। जिसके बाद उस शख्स ने अपने सहकर्मी को इस बारे में बताया और इसके तुरंत बाद ही पूरे स्कूल में गोलियों की आवाजें सुनाई देने लगी।
क्रूज ने बारी बारी से फ्लोर्स पर जाकर गोलियां चलाईं और हादसे में 17 लोगों की मौत हुई थी।
बता दें कि क्रूज ने 14 फरवरी, 2018 को पार्कलैंड के मार्जोरी स्टोनमैन डगलस हाई स्कूल में 17 छात्रों और कर्मचारियों को मारने के लिए AR-15 असॉल्ट राइफल का इस्तेमाल किया था। ये गोलीबारी की घटना अमेरिकी इतिहास की सबसे घातक गोलीबारी में से एक थी।
आरोपी क्रूज साइंस को देगा अपना दिमाग
अमेरिकी सामूहिक गोलीबारी करने वाले निकोलस क्रूज ने अनोखे समझौते के तहत अपना मस्तिष्क विज्ञान को दान करने की बात कही है।
न्यूयॉर्क पोस्ट की रिपोर्ट के अनुसार, यह असामान्य स्थिति 21 वर्षीय एंथनी बोर्गेस के वकील द्वारा प्रस्तावित की गई थी, जिसे हमले के दौरान पांच बार गोली मारी गई थी।
बोर्गेस के वकील एलेक्स एरेजा ने फॉक्स न्यूज डिजिटल को बताया कि मुझे लगा कि अगर वैज्ञानिक उसके मस्तिष्क का अध्ययन करें तो वे यह पता लगा पाएंगे कि इस राक्षस का निर्माण किसने किया।
मस्तिष्क का करेंगे अध्यन- एरेजा
हो सकता है कि किसी तरह का असंतुलन रहा हो जिसके कारण यह हुआ हो, जिसे हम भविष्य में रोक सकते हैं।
बर्कले स्थित वकील स्कॉट हर्नडॉन ने इस समझौते को अभूतपूर्व बताया। हर्नडॉन ने ही सामूहिक गोलीबारी के पीड़ितों का प्रतिनिधित्व किया है।
उन्होंने फॉक्स न्यूज़ डिजिटल से कहा कि मैंने पहले कभी ऐसा कुछ नहीं सुना। यह बहुत अनोखा मामला है। यह उन लोगों की भावना को रेखांकित करता है जो पीछे रह गए हैं कि भविष्य में इन नरसंहारों से बचने के लिए जो कुछ भी किया जा सकता है, वह किया जाना चाहिए।
क्रूज का नाम इस्तेमाल करने का मिला अधिकार
नए समझौते के तहत बोर्गेस को फिल्मों, किताबों और अन्य मीडिया में क्रूज के नाम का इस्तेमाल करने का अधिकार भी दिया गया है।
25 वर्षीय हत्यारा निकोलस क्रूज, जो वर्तमान में आजीवन कारावास की सजा काट रहा है, को किसी भी इंटरव्यू में भाग लेने से पहले बोर्गेस की अनुमति लेनी होगी।
15 साल की उम्र में बोर्गेस उन 17 पीड़ितों में से एक था जो इस क्रूर हमले में बाल-बाल बच गए थे। उसने अपने शरीर का इस्तेमाल दरवाजा बंद करने के लिए किया, ताकि क्रूज उस कक्षा में प्रवेश न कर सके जहाँ वह और अन्य छात्र छिपे हुए थे।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि निकोलस क्रूज उबर कैब से छलांग लागाकर उतरा और मेर्जरी स्टोनमैन डगलस हाई स्कूल की 12वीं इमारत की ओर बढ़ गया। उसके हाथ में एक काला बैग था और एक दूसरा काले रंग का बैग उसकी पीठ पर भी था। स्कूल के भीतर एक शख्स ने क्रूज को देख लिया था। वह जानता था कि 19 साल का क्रूज स्कूल का पूर्व छात्र है। जिसके बाद उस शख्स ने अपने सहकर्मी को इस बारे में बताया और इसके तुरंत बाद ही पूरे स्कूल में गोलियों की आवाजें सुनाई देने लगी।
क्रूज ने बारी बारी से फ्लोर्स पर जाकर गोलियां चलाईं और हादसे में 17 लोगों की मौत हुई थी।
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