जनजातीय गौरव के प्रतीक वीरांगना रानी दुर्गावती से प्रेरणा लेकर समाज को आगे बढ़ाएं: मंत्री श्री रामविचार नेताम
जनजातीय गौरव के प्रतीक वीरांगना रानी दुर्गावती से प्रेरणा लेकर समाज को आगे बढ़ाएं: मंत्री श्री रामविचार नेताम
पूजा-पद्धति और संस्कृति के नाम पर दिगभ्रमित करने वालों सेे समाज को बचना चाहिए: मंत्री श्री केदार कश्यप
कृषि मंत्री और वन मंत्री वीरांगना दुर्गावती के बलिदान दिवस पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में हुए शामिल
कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम ने कहा कि वीरांगना महारानी दुर्गावती का देश प्रेम और समाज के प्रति समर्पण हमें प्रेरणा से भर देता है। हमें जनजातीय गौरव के प्रतीक वीरांगना रानी दुर्गावती से प्रेरणा लेकर समाज को आगे बढ़ाने में सहभागी बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि वीरांगना दुर्गावती ने तब के समय जब यहां मुगलों का हुकुमत चलता था। तब के समय में अपने साहस, संघर्ष, धैर्य और वीरता से मुगलों को अपना लोहा मनवा दिया था।
मंत्री श्री नेताम ने कहा कि समाज को विखंडित करने वाले लोगों से बचते हुए मैं और मेरा समाज की भावना से ऊपर आना चाहिए। उन्हांेने कहा कि मुगल सुल्तान के समय में भी रानी दुर्गावती का व्यापक साम्राज्य था। इस साम्राज्य में अनेक जाति, समुदाय और धर्म के लोग निवासरत थे। रानी दुर्गावती ने राजधर्म निभाते हुए अपनी साहस और वीरता के साथ सभी लोगों का सुरक्षा और सेवा की है। हमें उनके मार्ग में चलकर समरसता के साथ समाज को आगे बढ़ाना चाहिए। श्री नेताम आज राजधानी रायपुर स्थित पंडित दीनदयाल ऑडिटोरियम में वीरांगना रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित कर रहे थे।
मंत्री श्री नेताम ने कहा कि राजनीतिक और आर्थिक रूप से हम कितना भी संपन्न हो जाए। लेकिन हमें अपने समाज को नहीं छोड़ना चाहिए। हम उस समाज के ऋणी है जिसने हमें जन्म दिया। हमें जीवन का कुछ हिस्सा समाज सेवा में व्यतीत करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें अपने संस्कृति, अपने देश-धर्म को बचाने के लिए काम करना चाहिए। समाज में गलत व्याख्या करके लड़ाने वालों से बचना चाहिए। वीरांगना रानी दुर्गावती जिन विषम परिस्थितियों में रहकर समाज और देश के लिए अनुकरणीय कार्य किए, उससे हमें प्ररेणा लेनी चाहिए।
वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप ने वीरांगना महारानी दुर्गावती के बलिदान को स्मरण करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार जनजातीय गौरव की भावना को सुदृढ़ बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। छत्तीसगढ़ में जनजाति समाज के श्री विष्णु देव साय को मुख्यमंत्री बना कर समाज का गौरव बढ़ाया है। देश की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जनजातीय समाज से हैं। उनका इस सर्वाेच्च पद में आसीन होना जनजातीय समाज के लिए गौरव का विषय है।
मंत्री श्री कश्यप कहा कि ऐसी बलिदानी महारानी जिन्होंने हमारे पुरखों और समाज को नई दिशा देने का काम किया है, आगे बढ़ाने काम किया है, उन्हें मैं नमन करता हूं। उन्होंने कहा कि समाज को पूजा-पद्धति, संस्कृति, परंपरा के नाम पर दिगभ्रमित करने वाले लोगों से बचना चाहिए। हमें महारानी दुर्गावती से प्रेरणा लेकर देश की एकता और अखंडता के लिए आगे आना चाहिए। नई पीढ़ियों को भी बताना चाहिए कि ऐसे साहसिक बलिदानी रानी से प्रेरणा लेकर समाज को आगे बढ़ाने की दिशा में काम करना चाहिए।
कार्यक्रम को पंडरिया विधायक श्रीमती भावना बोहरा ने संबोधित किया। इस मौके पर समाज के उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित किया। कार्यक्रम जनजातीय गौरव समाज के तत्वावधान में संपन्न हुआ। इस मौके पर जनजातीय गौरव समाज के अध्यक्ष श्री एम.डी. ठाकुर, पूर्व विधायक श्री वीरेन्द्र राय, समाज सेवी श्री विकास मरकाम, पद्मश्री श्री अजय मंडावी, फूलसिंह नेताम, श्रीमती सत्यभामा नाग, रामलखन पैकरा सहित बड़ी संख्या में जनजाति समाज के लोग उपस्थित थे।
पूजा-पद्धति और संस्कृति के नाम पर दिगभ्रमित करने वालों सेे समाज को बचना चाहिए: मंत्री श्री केदार कश्यप
कृषि मंत्री और वन मंत्री वीरांगना दुर्गावती के बलिदान दिवस पर आयोजित श्रद्धांजलि समारोह में हुए शामिल
कृषि मंत्री श्री रामविचार नेताम ने कहा कि वीरांगना महारानी दुर्गावती का देश प्रेम और समाज के प्रति समर्पण हमें प्रेरणा से भर देता है। हमें जनजातीय गौरव के प्रतीक वीरांगना रानी दुर्गावती से प्रेरणा लेकर समाज को आगे बढ़ाने में सहभागी बनना चाहिए। उन्होंने कहा कि वीरांगना दुर्गावती ने तब के समय जब यहां मुगलों का हुकुमत चलता था। तब के समय में अपने साहस, संघर्ष, धैर्य और वीरता से मुगलों को अपना लोहा मनवा दिया था।
मंत्री श्री नेताम ने कहा कि समाज को विखंडित करने वाले लोगों से बचते हुए मैं और मेरा समाज की भावना से ऊपर आना चाहिए। उन्हांेने कहा कि मुगल सुल्तान के समय में भी रानी दुर्गावती का व्यापक साम्राज्य था। इस साम्राज्य में अनेक जाति, समुदाय और धर्म के लोग निवासरत थे। रानी दुर्गावती ने राजधर्म निभाते हुए अपनी साहस और वीरता के साथ सभी लोगों का सुरक्षा और सेवा की है। हमें उनके मार्ग में चलकर समरसता के साथ समाज को आगे बढ़ाना चाहिए। श्री नेताम आज राजधानी रायपुर स्थित पंडित दीनदयाल ऑडिटोरियम में वीरांगना रानी दुर्गावती के बलिदान दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित श्रद्धांजलि सभा को संबोधित कर रहे थे।
मंत्री श्री नेताम ने कहा कि राजनीतिक और आर्थिक रूप से हम कितना भी संपन्न हो जाए। लेकिन हमें अपने समाज को नहीं छोड़ना चाहिए। हम उस समाज के ऋणी है जिसने हमें जन्म दिया। हमें जीवन का कुछ हिस्सा समाज सेवा में व्यतीत करना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमें अपने संस्कृति, अपने देश-धर्म को बचाने के लिए काम करना चाहिए। समाज में गलत व्याख्या करके लड़ाने वालों से बचना चाहिए। वीरांगना रानी दुर्गावती जिन विषम परिस्थितियों में रहकर समाज और देश के लिए अनुकरणीय कार्य किए, उससे हमें प्ररेणा लेनी चाहिए।
वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री श्री केदार कश्यप ने वीरांगना महारानी दुर्गावती के बलिदान को स्मरण करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार जनजातीय गौरव की भावना को सुदृढ़ बनाने के लिए निरंतर कार्य कर रही है। छत्तीसगढ़ में जनजाति समाज के श्री विष्णु देव साय को मुख्यमंत्री बना कर समाज का गौरव बढ़ाया है। देश की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु जनजातीय समाज से हैं। उनका इस सर्वाेच्च पद में आसीन होना जनजातीय समाज के लिए गौरव का विषय है।
मंत्री श्री कश्यप कहा कि ऐसी बलिदानी महारानी जिन्होंने हमारे पुरखों और समाज को नई दिशा देने का काम किया है, आगे बढ़ाने काम किया है, उन्हें मैं नमन करता हूं। उन्होंने कहा कि समाज को पूजा-पद्धति, संस्कृति, परंपरा के नाम पर दिगभ्रमित करने वाले लोगों से बचना चाहिए। हमें महारानी दुर्गावती से प्रेरणा लेकर देश की एकता और अखंडता के लिए आगे आना चाहिए। नई पीढ़ियों को भी बताना चाहिए कि ऐसे साहसिक बलिदानी रानी से प्रेरणा लेकर समाज को आगे बढ़ाने की दिशा में काम करना चाहिए।
कार्यक्रम को पंडरिया विधायक श्रीमती भावना बोहरा ने संबोधित किया। इस मौके पर समाज के उत्कृष्ट कार्य करने वाले लोगों को सम्मानित किया। कार्यक्रम जनजातीय गौरव समाज के तत्वावधान में संपन्न हुआ। इस मौके पर जनजातीय गौरव समाज के अध्यक्ष श्री एम.डी. ठाकुर, पूर्व विधायक श्री वीरेन्द्र राय, समाज सेवी श्री विकास मरकाम, पद्मश्री श्री अजय मंडावी, फूलसिंह नेताम, श्रीमती सत्यभामा नाग, रामलखन पैकरा सहित बड़ी संख्या में जनजाति समाज के लोग उपस्थित थे।
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