कारोबारियों ने कब्जाई मंदिरों की जमीन: इंदौर में कलेक्टर ने कराया सर्वे, कहीं कॉलेज चल रहा तो कहीं पर काट दी कॉलोनी
कारोबारियों ने कब्जाई मंदिरों की जमीन: इंदौर में कलेक्टर ने कराया सर्वे, कहीं कॉलेज चल रहा तो कहीं पर काट दी कॉलोनी
Indore Encroachment on temple: इंदौर के 40 मंदिर अतिक्रमण के दायरे में मिले हैं, मंदिर की जमीन पर कहीं कॉलेज बन गया है तो कहीं कॉलोनी काट दी गई है।
इंदौर में कारोबारियों ने कब्जा ली मंदिरों की जमीन, कहीं कॉलेज तो कहीं पार्क बनाए।
मध्य प्रदेश के इंदौर में कारोबारियों ने मंदिरों की जमीन भी कब्जा ली। इंदौर में 40 ऐसे मंदिर चिह्नित किए हैं, जिनकी जमीन पर अतिक्रमण है। इन मंदिरों की जमीन पर कहीं कॉलेज बन गया तो कहीं पर कॉलोनी काट दी गई है। कलेक्टर ने सर्वे कराया तो करा लिया है, लेकिन कार्रवाई में चुनावी प्रक्रिया बाधक बन रही है।
इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा कराए गए सर्वे में तहसीलवार शासकीय मंदिर का नाम, कुल जमीन, अतिक्रमण की स्थिति, अतिक्रमणकर्ता का नाम, पुजारी का नाम पूछा गया है। फिलहाल, नोटिस जारी किए जा रहे है, जवाब मिलने के बाद कार्रवाई भी की जाएगी।
धर्मस्थल की आड़ में अतिक्रमण
इंदौर शहर में सरकारी जमीनें कब्जाने का खेल व्यापक स्तर पर चलता है। कारोबारियों की नजर बेसकीमती जमीनों पर होती है। धर्मस्थल की आड़ में अतिक्रमण किया जाता है। पूर्वी और पश्चिमी रिंग रोड के ग्रीन बेल्ट पर मंदिर के नाम अवैध कब्जे हुए हैं। रहवासियों से मिली शिकायत के आधार पर ऐसे स्थल चिह्नित किए गए हैं।
खेड़ापति हनुमान मंदिर की जमीन पर प्लाटिंग
इंदौर में मल्हारगंज तहसील के कबीटखेड़ी स्थित खेड़ापति हनुमान मंदिर की जमीन पर आईडीए की स्कीम, प्लॉटिंग हो चुकी। इसी प्रकार भमोरी दुबे स्थित मंदिर में कुछ लोगों ने मकान बना लिए हैं। भौंरासला के बैजनाथ मंदिर अस्थायी पार्किंग स्थल और हॉकर कार्नर बन गई है। यहां मेडिकल कॉलेज और अस्पताल संचालक का भी अतिक्रमण है। जबकि, नरवर महादेव मंदिर में अवैध मकान बन गया।
Indore Encroachment on temple: इंदौर के 40 मंदिर अतिक्रमण के दायरे में मिले हैं, मंदिर की जमीन पर कहीं कॉलेज बन गया है तो कहीं कॉलोनी काट दी गई है।
इंदौर में कारोबारियों ने कब्जा ली मंदिरों की जमीन, कहीं कॉलेज तो कहीं पार्क बनाए।
मध्य प्रदेश के इंदौर में कारोबारियों ने मंदिरों की जमीन भी कब्जा ली। इंदौर में 40 ऐसे मंदिर चिह्नित किए हैं, जिनकी जमीन पर अतिक्रमण है। इन मंदिरों की जमीन पर कहीं कॉलेज बन गया तो कहीं पर कॉलोनी काट दी गई है। कलेक्टर ने सर्वे कराया तो करा लिया है, लेकिन कार्रवाई में चुनावी प्रक्रिया बाधक बन रही है।
इंदौर कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा कराए गए सर्वे में तहसीलवार शासकीय मंदिर का नाम, कुल जमीन, अतिक्रमण की स्थिति, अतिक्रमणकर्ता का नाम, पुजारी का नाम पूछा गया है। फिलहाल, नोटिस जारी किए जा रहे है, जवाब मिलने के बाद कार्रवाई भी की जाएगी।
धर्मस्थल की आड़ में अतिक्रमण
इंदौर शहर में सरकारी जमीनें कब्जाने का खेल व्यापक स्तर पर चलता है। कारोबारियों की नजर बेसकीमती जमीनों पर होती है। धर्मस्थल की आड़ में अतिक्रमण किया जाता है। पूर्वी और पश्चिमी रिंग रोड के ग्रीन बेल्ट पर मंदिर के नाम अवैध कब्जे हुए हैं। रहवासियों से मिली शिकायत के आधार पर ऐसे स्थल चिह्नित किए गए हैं।
खेड़ापति हनुमान मंदिर की जमीन पर प्लाटिंग
इंदौर में मल्हारगंज तहसील के कबीटखेड़ी स्थित खेड़ापति हनुमान मंदिर की जमीन पर आईडीए की स्कीम, प्लॉटिंग हो चुकी। इसी प्रकार भमोरी दुबे स्थित मंदिर में कुछ लोगों ने मकान बना लिए हैं। भौंरासला के बैजनाथ मंदिर अस्थायी पार्किंग स्थल और हॉकर कार्नर बन गई है। यहां मेडिकल कॉलेज और अस्पताल संचालक का भी अतिक्रमण है। जबकि, नरवर महादेव मंदिर में अवैध मकान बन गया।
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