अगर राहुल धर्मनिरपेक्ष तो धर्म के आधार पर चुनाव मत लड़ें, केंद्रीय मंत्री स्मृति का कांग्रेस नेता पर जोरदार हमला
अगर राहुल धर्मनिरपेक्ष तो धर्म के आधार पर चुनाव मत लड़ें, केंद्रीय मंत्री स्मृति का कांग्रेस नेता पर जोरदार हमला
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि यदि कांग्रेस नेता राहुल गांधी स्वयं को धर्मनिरपेक्ष मानते हैं तो उन्हें धर्म के नाम पर नहीं बल्कि मुद्दों के आधार पर चुनाव लड़ना चाहिए। एक कार्यक्रम में भाग लेते हुए उन्होंने कहा कि किसी देश की मंजिल का फैसला उस व्यक्ति द्वारा तय नहीं किया जा सकता जो अमेठी में हार से डरता है।
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि यदि कांग्रेस नेता राहुल गांधी स्वयं को धर्मनिरपेक्ष मानते हैं तो उन्हें धर्म के नाम पर नहीं बल्कि मुद्दों के आधार पर चुनाव लड़ना चाहिए। एक कार्यक्रम में भाग लेते हुए उन्होंने कहा कि किसी देश की मंजिल का फैसला उस व्यक्ति द्वारा तय नहीं किया जा सकता जो अमेठी में हार से डरता है।
यदि राहुल धर्मनिरपेक्ष हैं तो धर्म के आधार पर चुनाव न लड़ें- स्मृति
HIGHLIGHTSचुनावी राजनीति में जीत और हार अंतर्निहित- ईरानी
सच्चा नेतृत्व किसी के विश्वास और सिद्धांतों से
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि यदि कांग्रेस नेता राहुल गांधी स्वयं को धर्मनिरपेक्ष मानते हैं तो उन्हें धर्म के नाम पर नहीं, बल्कि मुद्दों के आधार पर चुनाव लड़ना चाहिए। एक कार्यक्रम में भाग लेते हुए उन्होंने कहा कि किसी देश की मंजिल का फैसला उस व्यक्ति द्वारा तय नहीं किया जा सकता जो अमेठी में हार से डरता है।
उत्तर प्रदेश में अमेठी को लंबे समय तक गांधी परिवार का गढ़ माना जाता रहा है। राहुल गांधी 2019 के लोकसभा चुनाव में स्मृति इरानी से चुनाव हार गए थे। स्मृति ने कहा कि यह पहला अवसर नहीं है, जब उन्होंने हिंदू धर्म के खिलाफ कोई बयान दिया है। लेकिन, मेरा मानना है कि यदि वह धर्मनिरपेक्ष हैं तो उन्हें धर्म के आधार पर नहीं लड़ना चाहिये, बल्कि उन्हें मुद्दों पर लड़ना चाहिए
चुनावी राजनीति में जीत और हार अंतर्निहित
उन्होंने कहा कि चुनावी राजनीति में जीत और हार अंतर्निहित है, लेकिन सच्चा नेतृत्व किसी के विश्वास और सिद्धांतों पर दृढ़ रहने से प्रदर्शित होता है।
HIGHLIGHTSचुनावी राजनीति में जीत और हार अंतर्निहित- ईरानी
सच्चा नेतृत्व किसी के विश्वास और सिद्धांतों से
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि यदि कांग्रेस नेता राहुल गांधी स्वयं को धर्मनिरपेक्ष मानते हैं तो उन्हें धर्म के नाम पर नहीं, बल्कि मुद्दों के आधार पर चुनाव लड़ना चाहिए। एक कार्यक्रम में भाग लेते हुए उन्होंने कहा कि किसी देश की मंजिल का फैसला उस व्यक्ति द्वारा तय नहीं किया जा सकता जो अमेठी में हार से डरता है।
उत्तर प्रदेश में अमेठी को लंबे समय तक गांधी परिवार का गढ़ माना जाता रहा है। राहुल गांधी 2019 के लोकसभा चुनाव में स्मृति इरानी से चुनाव हार गए थे। स्मृति ने कहा कि यह पहला अवसर नहीं है, जब उन्होंने हिंदू धर्म के खिलाफ कोई बयान दिया है। लेकिन, मेरा मानना है कि यदि वह धर्मनिरपेक्ष हैं तो उन्हें धर्म के आधार पर नहीं लड़ना चाहिये, बल्कि उन्हें मुद्दों पर लड़ना चाहिए
चुनावी राजनीति में जीत और हार अंतर्निहित
उन्होंने कहा कि चुनावी राजनीति में जीत और हार अंतर्निहित है, लेकिन सच्चा नेतृत्व किसी के विश्वास और सिद्धांतों पर दृढ़ रहने से प्रदर्शित होता है।
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