SIP में आपने भी लगाया है पैसा? अपने वित्तीय लक्ष्य के लिए कितना अमाउंट करें निवेश, कैसे लें निर्णय,जानिए डिटेल
SIP में आपने भी लगाया है पैसा? अपने वित्तीय लक्ष्य के लिए कितना अमाउंट करें निवेश, कैसे लें निर्णय,जानिए डिटेल
व्यवस्थित निवेश योजना (एसआईपी) एक लोकप्रिय और प्रभावी निवेश पद्धति बन गई है। एसआईपी के माध्यम से निवेश करने से व्यक्ति के लिए अपने वित्तीय लक्ष्य हासिल करना आसान हो गया है। एसआईपी व्यक्तियों को नियमित रूप से म्यूचुअल फंड में राशि निवेश करने और समय के साथ एक पोर्टफोलियो बनाने की अनुमति देता है। पढ़िए क्या है पूरी खबर।

व्यवस्थित निवेश योजना (एसआईपी) एक लोकप्रिय और प्रभावी निवेश पद्धति बन गई है। एसआईपी के माध्यम से निवेश करने से व्यक्ति के लिए अपने वित्तीय लक्ष्य हासिल करना आसान हो गया है। एसआईपी व्यक्तियों को नियमित रूप से म्यूचुअल फंड में राशि निवेश करने और समय के साथ एक पोर्टफोलियो बनाने की अनुमति देता है। पढ़िए क्या है पूरी खबर।

अपने वित्तीय लक्ष्य के लिए कितना अमाउंट करें निवेश, कैसे लें निर्णय?
HIGHLIGHTSएसआईपी व्यक्तियों को म्यूचुअल फंड में नियमित रूप से एक निश्चित राशि निवेश करने की अनुमति देता है।
सही एसआईपी अमाउंट तय करने में पहला कदम यह है कि आप पहले अपने वित्तीय लक्ष्य को स्पष्ट करें।
एसआईपी राशि के लिए प्रतिबद्ध होने से पहले, अपनी वर्तमान वित्तीय स्थिति का मूल्यांकन जरूर करें।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: निवेश के लिए सिस्टेमेटिक इंवेस्टमेंट प्लान (SIP) एक लोकप्रिय और प्रभावी तरीका बन गया है। एसआईपी के जरिए किए निवेश से व्यक्ति को अपने वित्तीय लक्ष्यों को पाना आसान हो गया है।
एसआईपी व्यक्तियों को म्यूचुअल फंड में नियमित रूप से एक निश्चित राशि निवेश करने की अनुमति देता है, जिससे उन्हें समय के साथ अपना फंड बनाने में मदद मिलती है। एसआईपी में आप 100 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं। यहां सवाल भी यही है की आखिर अपने वित्तीय लक्ष्य तक पहुंचने के लिए आपको अपने एसआईपी में कितना निवेश यानी कितने अमाउंट का एसआईपी करना चाहिए? इसका निर्णय कैसे लें? चलिए जानते हैं।
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अपने वित्तीय लक्ष्यों का आकलन करें
सही एसआईपी अमाउंट तय करने में पहला कदम यह है कि आप पहले अपने वित्तीय लक्ष्य को स्पष्ट करें की आप क्या पाना चाहते हैं। वित्तीय लक्ष्य कुछ भी हो सकता है जैसे आप अपना घर, बच्चे की पढ़ाई, एक अच्छी कार, इत्यादि कुछ भी हो सकता है।
अपने लक्ष्यों को शॉर्ट टर्म, मध्यम अवधि और लॉन्ग टर्म श्रेणियों में विभाजित करें और प्रत्येक लक्ष्य के लिए एक मौद्रिक मूल्य तय करें।
अपनी वर्तमान वित्तीय स्थिति का मूल्यांकन करें
एसआईपी राशि के लिए प्रतिबद्ध होने से पहले, अपनी वर्तमान वित्तीय स्थिति का मूल्यांकन जरूर करें। अपनी मासिक आय, व्यय, मौजूदा निवेश और देनदारियों की गणना करें। इससे आपको अंदाजा हो जाएगा कि आप अपने वित्त पर दबाव डाले बिना अपने एसआईपी के लिए कितना अमाउंट निकाल सकते हैं।
जल्द शुरू करें एसआईपी
जब निवेश की बात आती है तो समय एक महत्वपूर्ण फैक्टर होता है। आप जितनी जल्दी अपना एसआईपी शुरू करेंगे, आपके निवेश को चक्रवृद्धि के माध्यम से बढ़ने में उतना ही अधिक समय मिलेगा।
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मुद्रास्फीति का रखें ध्यान
ध्यान रखें की आप भविष्य के लिए निवेश कर रहे हैं तो भविष्य में उस वक्त तक बढ़ चुकी महंगाई को भी ध्यान में रखें। अपने वित्तीय लक्ष्य को पूरा करने के लिए भविष्य में बढ़ने वाली लागत को ध्यान में रखना भी जरूरी है।
रूल ऑफ 72 का प्रयोग करें
निवेश की दुनिया में रूल ऑफ 72 यानी 72 का नियम काफी प्रसिद्ध है। 72 का नियम यह अनुमान लगाने का एक त्वरित तरीका है कि रिटर्न की दी गई दर पर आपके निवेश को दोगुना होने में कितना समय लगेगा।
अनुमानित दोगुनी अवधि प्राप्त करने के लिए 72 को रिटर्न की अपेक्षित दर से विभाजित करें। इससे आपको अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में लगने वाले समय का अंदाजा हो सकता है और आपको अपनी एसआईपी राशि को उसके अनुसार समायोजित करने में मदद मिल सकती है।
HIGHLIGHTSएसआईपी व्यक्तियों को म्यूचुअल फंड में नियमित रूप से एक निश्चित राशि निवेश करने की अनुमति देता है।
सही एसआईपी अमाउंट तय करने में पहला कदम यह है कि आप पहले अपने वित्तीय लक्ष्य को स्पष्ट करें।
एसआईपी राशि के लिए प्रतिबद्ध होने से पहले, अपनी वर्तमान वित्तीय स्थिति का मूल्यांकन जरूर करें।
नई दिल्ली, बिजनेस डेस्क: निवेश के लिए सिस्टेमेटिक इंवेस्टमेंट प्लान (SIP) एक लोकप्रिय और प्रभावी तरीका बन गया है। एसआईपी के जरिए किए निवेश से व्यक्ति को अपने वित्तीय लक्ष्यों को पाना आसान हो गया है।
एसआईपी व्यक्तियों को म्यूचुअल फंड में नियमित रूप से एक निश्चित राशि निवेश करने की अनुमति देता है, जिससे उन्हें समय के साथ अपना फंड बनाने में मदद मिलती है। एसआईपी में आप 100 रुपये से निवेश शुरू कर सकते हैं। यहां सवाल भी यही है की आखिर अपने वित्तीय लक्ष्य तक पहुंचने के लिए आपको अपने एसआईपी में कितना निवेश यानी कितने अमाउंट का एसआईपी करना चाहिए? इसका निर्णय कैसे लें? चलिए जानते हैं।
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अपने वित्तीय लक्ष्यों का आकलन करें
सही एसआईपी अमाउंट तय करने में पहला कदम यह है कि आप पहले अपने वित्तीय लक्ष्य को स्पष्ट करें की आप क्या पाना चाहते हैं। वित्तीय लक्ष्य कुछ भी हो सकता है जैसे आप अपना घर, बच्चे की पढ़ाई, एक अच्छी कार, इत्यादि कुछ भी हो सकता है।
अपने लक्ष्यों को शॉर्ट टर्म, मध्यम अवधि और लॉन्ग टर्म श्रेणियों में विभाजित करें और प्रत्येक लक्ष्य के लिए एक मौद्रिक मूल्य तय करें।
अपनी वर्तमान वित्तीय स्थिति का मूल्यांकन करें
एसआईपी राशि के लिए प्रतिबद्ध होने से पहले, अपनी वर्तमान वित्तीय स्थिति का मूल्यांकन जरूर करें। अपनी मासिक आय, व्यय, मौजूदा निवेश और देनदारियों की गणना करें। इससे आपको अंदाजा हो जाएगा कि आप अपने वित्त पर दबाव डाले बिना अपने एसआईपी के लिए कितना अमाउंट निकाल सकते हैं।
जल्द शुरू करें एसआईपी
जब निवेश की बात आती है तो समय एक महत्वपूर्ण फैक्टर होता है। आप जितनी जल्दी अपना एसआईपी शुरू करेंगे, आपके निवेश को चक्रवृद्धि के माध्यम से बढ़ने में उतना ही अधिक समय मिलेगा।
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मुद्रास्फीति का रखें ध्यान
ध्यान रखें की आप भविष्य के लिए निवेश कर रहे हैं तो भविष्य में उस वक्त तक बढ़ चुकी महंगाई को भी ध्यान में रखें। अपने वित्तीय लक्ष्य को पूरा करने के लिए भविष्य में बढ़ने वाली लागत को ध्यान में रखना भी जरूरी है।
रूल ऑफ 72 का प्रयोग करें
निवेश की दुनिया में रूल ऑफ 72 यानी 72 का नियम काफी प्रसिद्ध है। 72 का नियम यह अनुमान लगाने का एक त्वरित तरीका है कि रिटर्न की दी गई दर पर आपके निवेश को दोगुना होने में कितना समय लगेगा।
अनुमानित दोगुनी अवधि प्राप्त करने के लिए 72 को रिटर्न की अपेक्षित दर से विभाजित करें। इससे आपको अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में लगने वाले समय का अंदाजा हो सकता है और आपको अपनी एसआईपी राशि को उसके अनुसार समायोजित करने में मदद मिल सकती है।
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