15 अगस्त को जन्मे थे 2 भारतीय क्रिकेटर, धांसू शुरुआत के बावजूद नहीं मिला लक का साथ, आज जी रहे गुमनाम जिंदगी
15 अगस्त को जन्मे थे 2 भारतीय क्रिकेटर, धांसू शुरुआत के बावजूद नहीं मिला लक का साथ, आज जी रहे गुमनाम जिंदगी
आगामी स्वतंत्रता दिवस को लेकर भारत में तैयारियां चरम पर है। हर साल आजादी का ये महोत्सव पूरे देश में बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। बता दें कि 15 अगस्त साल 1947 में भारत को ब्रिटिश शासन से आजादी मिली थी। कई कुर्बानियों के बाद मिली ये आजादी कई मायनों में खास है। आइए जानते है इस बारे में।
नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। आगामी स्वतंत्रता दिवस को लेकर भारत में तैयारियां चरम पर है। हर साल आजादी का ये महोत्सव पूरे देश में बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है।
बता दें कि 15 अगस्त साल 1947 में भारत को ब्रिटिश शासन से आजादी मिली थी। कई कुर्बानियों के बाद मिली ये आजादी कई मायनों में खास है, लेकिन अगर क्रिकेट के लिहाज से देखें तो इस दिन ज्यादा मुकाबले तो खेले नहीं गए है, लेकिन ऐसे दो भारतीय क्रिकेटर्स का इस दिन जन्म जरूर हुआ था।
इन दोनों ही भारतीय स्टार क्रिकेटर्स के जन्मदिन को हमेशा ही याद किया जाता है। पूर्व भारतीय ऑलराउंडर विजय भारद्वाज और पूर्व महिला क्रिकेटर हेमलता काला का आजादी के दिन जन्म हुआ था। आइए जानते हैं इन दोनों ही खिलाड़ियों के बारे में विस्तार से।
15 August के दिन जन्मे थे विजय भारद्वाज
दाएं हाथ के भारतीय बल्लेबाज और ऑफ स्पिनर विजय भारद्वाज (Vijay Bharadwaj) का जन्म 15 अगस्त 1975 को हुआ था। साल 1999 में विजय ने अपने करियर का आगाज किया था। नैरोबी में हुई त्रिकोणीय सीरीज में भारत के अलावा केन्या और साउथ अफ्रीका की टीमें खेल रही थी। उस सीरीज में विजय ने शानदार गेंदबाजी करते हुए कुल 10 विकेट लिए और बिना आउट हुए 89 रन बनाए थे।
विजय चश्मा लगाकर खेला करते थे। वह बैटिंग और बॉलिंग दोनों समय चश्मा पहनकर शानदार प्रदर्शन करते थे। उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम का अगला बड़ा सितारा कहा जाने लगा था, लेकिन विजय अपने करियर में भारत के लिए केवल तीन टेस्ट और 10 वनडे मैच खेल सके।
बता दें कि विजय को स्लिप डिस्क की दिक्कत दी, जिससे ठीक होने के बाद उन्होंने अपना आंखों का ऑपरेशन कराया था। उन्होंने कहा कि वे चश्मा लगाकर खेलते थे। ऐसे में किसी ने चश्मा हटाने के लिए उन्हें ऑपरेशन कराने की सलाह दी, लेकिन इसके बाद उनकी आंखों की रोशनी कम हो गई और जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा। इस वजह से विजय भारद्वाज का इंटरनेशनल क्रिकेट भी जल्द समाप्त हो गया।
आजादी के दिन हुआ था हेमलता काला का जन्म
बता दें कि यूपी के आगरा में 15 अगस्त 1975 को हेमलता काला (Hemlata Kala) का जन्म हुआ था। वह भारतीय महिला क्रिकेट की अहम खिलाड़ियों में से एक रही।
हेमलता ने भारतीय महिला टीम के लिए 1999 से 2008 तक 7 टेस्ट, 78 वनडे और एक टी-20 मैच खेला। हेमलता ने अपने टेस्ट करियर का अंत 50 से भी ज्यादा रन की औसत के साथ किया।
हालांकि, वनडे में किस्मत ने उनक साथ नहीं दिया। 78 वनडे में 20 के औसत से सिर्फ वह 1023 रन बना पाई। वह 2005 में महिला विश्व कप के फाइनल में पहुंचने वाली टीम का हिस्सा भी रह चुकी है। साल 2021 में उन्हें बीसीसीआई ने नई जिम्मेदारी सौंपी थी। उन्हें सीनियर महिला चैलेंजर ट्रॉफी के लिए भारतीय बी टीम का कोच बनाया गया था।
आगामी स्वतंत्रता दिवस को लेकर भारत में तैयारियां चरम पर है। हर साल आजादी का ये महोत्सव पूरे देश में बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है। बता दें कि 15 अगस्त साल 1947 में भारत को ब्रिटिश शासन से आजादी मिली थी। कई कुर्बानियों के बाद मिली ये आजादी कई मायनों में खास है। आइए जानते है इस बारे में।
नई दिल्ली, स्पोर्ट्स डेस्क। आगामी स्वतंत्रता दिवस को लेकर भारत में तैयारियां चरम पर है। हर साल आजादी का ये महोत्सव पूरे देश में बड़े ही उत्साह के साथ मनाया जाता है।
बता दें कि 15 अगस्त साल 1947 में भारत को ब्रिटिश शासन से आजादी मिली थी। कई कुर्बानियों के बाद मिली ये आजादी कई मायनों में खास है, लेकिन अगर क्रिकेट के लिहाज से देखें तो इस दिन ज्यादा मुकाबले तो खेले नहीं गए है, लेकिन ऐसे दो भारतीय क्रिकेटर्स का इस दिन जन्म जरूर हुआ था।
इन दोनों ही भारतीय स्टार क्रिकेटर्स के जन्मदिन को हमेशा ही याद किया जाता है। पूर्व भारतीय ऑलराउंडर विजय भारद्वाज और पूर्व महिला क्रिकेटर हेमलता काला का आजादी के दिन जन्म हुआ था। आइए जानते हैं इन दोनों ही खिलाड़ियों के बारे में विस्तार से।
15 August के दिन जन्मे थे विजय भारद्वाज
दाएं हाथ के भारतीय बल्लेबाज और ऑफ स्पिनर विजय भारद्वाज (Vijay Bharadwaj) का जन्म 15 अगस्त 1975 को हुआ था। साल 1999 में विजय ने अपने करियर का आगाज किया था। नैरोबी में हुई त्रिकोणीय सीरीज में भारत के अलावा केन्या और साउथ अफ्रीका की टीमें खेल रही थी। उस सीरीज में विजय ने शानदार गेंदबाजी करते हुए कुल 10 विकेट लिए और बिना आउट हुए 89 रन बनाए थे।
विजय चश्मा लगाकर खेला करते थे। वह बैटिंग और बॉलिंग दोनों समय चश्मा पहनकर शानदार प्रदर्शन करते थे। उन्हें भारतीय क्रिकेट टीम का अगला बड़ा सितारा कहा जाने लगा था, लेकिन विजय अपने करियर में भारत के लिए केवल तीन टेस्ट और 10 वनडे मैच खेल सके।
बता दें कि विजय को स्लिप डिस्क की दिक्कत दी, जिससे ठीक होने के बाद उन्होंने अपना आंखों का ऑपरेशन कराया था। उन्होंने कहा कि वे चश्मा लगाकर खेलते थे। ऐसे में किसी ने चश्मा हटाने के लिए उन्हें ऑपरेशन कराने की सलाह दी, लेकिन इसके बाद उनकी आंखों की रोशनी कम हो गई और जिसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ा। इस वजह से विजय भारद्वाज का इंटरनेशनल क्रिकेट भी जल्द समाप्त हो गया।
आजादी के दिन हुआ था हेमलता काला का जन्म
बता दें कि यूपी के आगरा में 15 अगस्त 1975 को हेमलता काला (Hemlata Kala) का जन्म हुआ था। वह भारतीय महिला क्रिकेट की अहम खिलाड़ियों में से एक रही।
हेमलता ने भारतीय महिला टीम के लिए 1999 से 2008 तक 7 टेस्ट, 78 वनडे और एक टी-20 मैच खेला। हेमलता ने अपने टेस्ट करियर का अंत 50 से भी ज्यादा रन की औसत के साथ किया।
हालांकि, वनडे में किस्मत ने उनक साथ नहीं दिया। 78 वनडे में 20 के औसत से सिर्फ वह 1023 रन बना पाई। वह 2005 में महिला विश्व कप के फाइनल में पहुंचने वाली टीम का हिस्सा भी रह चुकी है। साल 2021 में उन्हें बीसीसीआई ने नई जिम्मेदारी सौंपी थी। उन्हें सीनियर महिला चैलेंजर ट्रॉफी के लिए भारतीय बी टीम का कोच बनाया गया था।
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