इमरान खान ने पीटीआई समर्थकों से शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करने का आग्रह किया
इमरान खान ने पीटीआई समर्थकों से शांतिपूर्ण तरीके से विरोध करने का आग्रह किया, कहा- मेरी जान को खतरा है
पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) ने अपने समर्थकों से रविवार शाम 5 बजे पूरे देश में सड़कों पर उतरने और शांतिपूर्ण तरीके से विरोध प्रदर्शन करने की अपील की है। खान को राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB) द्वारा गिरफ्तार किए जाने के कुछ दिनों बाद पार्टी का यह आह्वान आया है। सुप्रीम कोर्ट ने पीटीआई प्रमुख की गिरफ्तारी को 'अवैध' करार देते हुए उन्हें तत्काल रिहा करने का आदेश दिया था।
पीटीआई ने समर्थकों से संविधान बचाने का किया आग्रह
पीटीआई ने अपने समर्थकों से पाकिस्तान में 'संविधान बचाने' के लिए खान की लड़ाई को आवाज देने का आग्रह किया है। पीटीआई ने ट्वीट किया, "आज हर नागरिक को अपने बच्चों के भविष्य के लिए, हकीकी आज़ादी के लिए हर शहर, हर गांव और हर गली में शांतिपूर्ण तरीके से निकलना चाहिए। संविधान बचाओ, पाकिस्तान बचाओ।"
''हमारी एकमात्र उम्मीद न्यायपालिका है''
एआरवाई न्यूज ने बताया कि इससे पहले रविवार को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री खान ने कहा था कि पाकिस्तान में लोकतंत्र सबसे निचले स्तर पर है। उन्होंने रविवार को स्काई न्यूज से बात करते हुए कहा, "लोकतंत्र सबसे निचले स्तर पर है। हमारी एकमात्र उम्मीद न्यायपालिका है।"
'गठबंधन सरकार को सफाया होने का डर'
इमरान खान ने यह भी कहा कि गठबंधन सरकार चुनावों से भयभीत थी। उसे चुनावों में पीटीआई द्वारा 'सफाया' किए जाने का डर था। इसलिए उन्होंने फैसला किया कि चुनाव की अनुमति देने का एकमात्र तरीका यह है कि मुझे जेल में डाल दिया जाय या फिर मार दिया जाए। मेरी हत्या की दो बार कोशिश हुई है।"
हिंसा की निंदा
खान ने कहा कि जब वह बाहर थे, तब उनके घर पर भी छापा मारा गया था। नौ मई को इस्लामाबाद हाईकोर्ट (IHC) के परिसर से उनकी गिरफ्तारी के बाद प्रदर्शनकारियों द्वारा कथित हिंसा के बारे में पूछे जाने पर पूर्व प्रधान मंत्री ने सभी हिंसा की निंदा की।
हिंसा की जांच शुरू करने का आग्रह
पीटीआई प्रमुख ने शुक्रवार को पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित करते हुए सुप्रीम कोर्ट से 9 मई की हिंसा की जांच शुरू करने का आग्रह किया, जो अल-कादिर ट्रस्ट मामले में उनकी गिरफ्तारी के बाद सामने आई थी। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपने घरों से बाहर आने और रविवार को शाम 5.30 बजे से 6.30 बजे तक अपने पड़ोस में इकट्ठा होने का आग्रह किया।
'जमानत दिए जाने के बावजूद पुलिस ने रोका'
पीटीआई प्रमुख ने कहा कि अदालत द्वारा कई मामलों में जमानत दिए जाने के बावजूद पुलिस ने उन्हें इस्लामाबाद हाईकोर्ट परिसर से बाहर जाने से रोक दिया। उन्होंने कहा, "पुलिस मुझे अदालत कक्ष के बाहर एमपीओ (सार्वजनिक व्यवस्था के रखरखाव) के तहत गिरफ्तार करना चाहती थी।''
पीटीआई ने समर्थकों से संविधान बचाने का किया आग्रह
पीटीआई ने अपने समर्थकों से पाकिस्तान में 'संविधान बचाने' के लिए खान की लड़ाई को आवाज देने का आग्रह किया है। पीटीआई ने ट्वीट किया, "आज हर नागरिक को अपने बच्चों के भविष्य के लिए, हकीकी आज़ादी के लिए हर शहर, हर गांव और हर गली में शांतिपूर्ण तरीके से निकलना चाहिए। संविधान बचाओ, पाकिस्तान बचाओ।"
''हमारी एकमात्र उम्मीद न्यायपालिका है''
एआरवाई न्यूज ने बताया कि इससे पहले रविवार को पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री खान ने कहा था कि पाकिस्तान में लोकतंत्र सबसे निचले स्तर पर है। उन्होंने रविवार को स्काई न्यूज से बात करते हुए कहा, "लोकतंत्र सबसे निचले स्तर पर है। हमारी एकमात्र उम्मीद न्यायपालिका है।"
'गठबंधन सरकार को सफाया होने का डर'
इमरान खान ने यह भी कहा कि गठबंधन सरकार चुनावों से भयभीत थी। उसे चुनावों में पीटीआई द्वारा 'सफाया' किए जाने का डर था। इसलिए उन्होंने फैसला किया कि चुनाव की अनुमति देने का एकमात्र तरीका यह है कि मुझे जेल में डाल दिया जाय या फिर मार दिया जाए। मेरी हत्या की दो बार कोशिश हुई है।"
हिंसा की निंदा
खान ने कहा कि जब वह बाहर थे, तब उनके घर पर भी छापा मारा गया था। नौ मई को इस्लामाबाद हाईकोर्ट (IHC) के परिसर से उनकी गिरफ्तारी के बाद प्रदर्शनकारियों द्वारा कथित हिंसा के बारे में पूछे जाने पर पूर्व प्रधान मंत्री ने सभी हिंसा की निंदा की।
हिंसा की जांच शुरू करने का आग्रह
पीटीआई प्रमुख ने शुक्रवार को पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को संबोधित करते हुए सुप्रीम कोर्ट से 9 मई की हिंसा की जांच शुरू करने का आग्रह किया, जो अल-कादिर ट्रस्ट मामले में उनकी गिरफ्तारी के बाद सामने आई थी। उन्होंने कार्यकर्ताओं से अपने घरों से बाहर आने और रविवार को शाम 5.30 बजे से 6.30 बजे तक अपने पड़ोस में इकट्ठा होने का आग्रह किया।
'जमानत दिए जाने के बावजूद पुलिस ने रोका'
पीटीआई प्रमुख ने कहा कि अदालत द्वारा कई मामलों में जमानत दिए जाने के बावजूद पुलिस ने उन्हें इस्लामाबाद हाईकोर्ट परिसर से बाहर जाने से रोक दिया। उन्होंने कहा, "पुलिस मुझे अदालत कक्ष के बाहर एमपीओ (सार्वजनिक व्यवस्था के रखरखाव) के तहत गिरफ्तार करना चाहती थी।''
Labels
Videsh
Post A Comment
No comments :