जापान सरकार ने संक्रमण को नॉर्मल फ्लू माना

फ्रांस में वैक्सीन सेंटर पर एक मरीज को कोविड -19 की "कॉमिनार्टी" फाइजर-बिवेलेंट की डोज देती मेडिकल वर्कर।
जापान में महामारी का खतरा बना हुआ है। कोरोना के खतरे के बीच जापान सरकार ने कोरोना को नॉर्मल फ्लू माना है। जापान के अलावा साउथ कोरिया में भी कोरोना के केस में लगातार वृद्धि हो रही है। यहां बीते 24 घंटे में 31 हजार से ज्यादा केस मिले।
दूसरी तरफ, भारत में नए केस रोजाना घट रहे हैं। शुक्रवार को देश में कोरोना के नए केस में 53 फीसदी की कमी आई। यहां रिकवरी रेट 98.81% पर है।
उधर, अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (CDC) ने शुक्रवार को कमजोर इम्यूनिटी वाले लोगों से सावधानी बरतने को कहा है। CDC के मुताबिक, इन सावधानियों में हाई क्वालिटी वाले मास्क पहनना और सोशल डिस्टेंसिंग बनाना शामिल है।
चीन के गांवों में अंतिम संस्कार के लिए ताबूत कम पड़े

तस्वीर चीन के उत्तरी शांक्सी प्रोविंस में ताबूत बनाने वाले व्यक्ति की है।
कोरोना ने चीन के बड़े शहरों और कस्बों के साथ-साथ गांवों में भी भयंकर तबाही मचानी शुरू कर दी है। BBC ने एक रिपोर्ट में दावा किया है कि चीन के गांवों में कोरोना से काफी लोगों की जान गई है। कुछ ही दिनों में इतने लोगों का अंतिम संस्कार हुआ है कि उत्तरी शांक्सी प्रोविंस में लोगों को दफनाने के लिए ताबूतों की भी कमी हो गई है।
BBC ने कई ताबूत बनाने वाले लोगों से बात की। सभी लोगों ने यही बताया कि कोरोना वायरस हो रही मौतों के बीच ज्यादा अंतिम संस्कार हो रहे हैं। मरने वाले लोगों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।

चीन के उत्तरी शांक्सी प्रोविंस में कोरोना से मौत के बाद दफन किया गया शव
पहले जानिए भारत में क्या है कोरोना की स्थिति…
भारत में शुक्रवार को कोरोना के 47 नए मामले सामने आए। हेल्थ मिनिस्ट्री के आंकड़ों के मुताबिक, देश में अभी 879 एक्टिव केस हैं। महामारी की शुरुआत से अब तक देश में 5 लाख से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। साथ ही 4 करोड़ से ज्यादा लोग वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। इसी बीच आज भारत में आज स्वदेशी फार्मा कंपनी भारत बायोटेक दुनिया की पहली इंट्रानेजल कोविड-19 वैक्सीन लॉन्च की। इसका नाम iNCOVACC है।
जापान: एक दिन में 343 लोगों की मौत हुई
जापान में शुक्रवार को कोरोना के 53911 कोरोना के केस दर्ज किए गए हैं। राजधानी टोक्यो में ही कुल 5061 केस दर्ज किए गए, जबकि एक दिन में 410 लोगों की मौत हुई है। जापान में गुरुवार को कोरोना के कारण अस्पताल में भर्ती होने वाले लोगों की संख्या में भी कमी आई है।
गुरुवार को 585 लोग अस्पताल में भर्ती हुए। इसी बीच जापान ने तय किया है कि वो 8 मई से कोरोना को नॉर्मल फ्लू की कैटेगरी में शामिल करेंगे। जापान के प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा का कहना है कि इससे जनता कोरोना को नॉर्मल मानेगी और वायरस के साथ जीना सीखेगी।

टोक्यो में शिबुया स्टेशन के बाहर मास्क पहने हुए लोगों की भीड़
चीन: मौतों में 80% कमी आई
चीन के सेंटर फॉर डिसिज कंट्रोल एंड प्रीवेंशन (CDC) के मुताबिक, लूनर न्यू ईयर के मौके पर कोरोना से हुई मौतों में 80% कमी आई है। दरअसल, एक्स्पर्ट्स का कहना था कि 21 जनवरी के बाद यानी लूनर न्यू ईयर के समय लोगों का घर आना-जाना लगा रहेगा, जिसके चलते संक्रमण बढ़ेगा और कई मौतें होंगी।
हांग कांग यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च के मुताबिक, चीन की राजधानी बीजिंग की 92% आबादी जनवरी के आखिर तक कोरोना से संक्रमित हो जाएगी। यहां की जनसंख्या 2 करोड़ 20 लाख है। बीजिंग समेत चीन के कई बड़े शहरों में कई बार कोरोना का पीक आ सकता है। यह लूनर न्यू ईयर के दौरान बड़ी संख्या में हो रही आवाजाही के कारण हो रहा है।
दुनिया में 67 करोड़ से ज्यादा मामले
कोरोना worldometer के मुताबिक, दुनिया में अब तक 67 करोड़ 41 लाख 39 हजार 160 मामले सामने आ चुके हैं। 11 जनवरी 2020 को चीन के वुहान में 61 साल के बुजुर्ग की मौत हुई थी। ये दुनिया में कोरोना से होने वाली पहली मौत थी। इसके बाद मौत का सिलसिला बढ़ने लगा। अब तक 67 लाख 52 हजार 854 मौतें हो चुकी हैं।
चीन ने क्यों छिपाया कोरोना के 174 केस का डेटा: WHO और US सीनेट को शक…वुहान लैब से तो लीक नहीं हुआ कोरोना

क्या चीन में कोरोना बाकी दुनिया से अलग है? क्यों हर बार कोरोना का नाम आते ही चीन का नाम अपने आप सामने आ जाता है? क्या चीन पूरी दुनिया से कुछ छिपा रहा है? अमेरिकी सीनेट कमेटी की रिपोर्ट कहती है…हां।
क्या कोरोना में चीन की सख्ती सिर्फ दिखावा थी; 5 दावों की पड़ताल ताकि आज उसकी बदहाली की वजह मिले
चीन में संक्रमण के हालात 2020 की याद दिला रहे हैं। तब से अब तक शी जिनपिंग सरकार ने इससे निपटने के लिए सख्त नियम लागू किए। जीरो कोविड पॉलिसी लाई गई। बेहद सख्त लॉकडाउन लगते रहे। तमाम दावों और वादों के बावजूद कोरोना कंट्रोल नहीं किया जा सका।
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