Ukraine Power Crisis: यूक्रेन में बड़ा क्षेत्र अंधेरे में डूबा, 60 लाख लोग बिना बिजली जीने को मजबूर
Ukraine Power Crisis: यूक्रेन में बड़ा क्षेत्र अंधेरे में डूबा, 60 लाख लोग बिना बिजली जीने को मजबूर
Ukraine Power Crisis: शनिवार को जेलेंस्की ने कीव के उत्तर में स्थित उपनगर विशोरोड का दौरा कर वहां रूसी हमले से क्षतिग्रस्त हुई चार मंजिल की एक इमारत को देखा। उन्होंने कहा, हम हर चुनौती से उबरकर फिर खड़े होंगे, युद्ध में हमारी जीत निश्चित है।
Ukraine Power Crisis: बीते 9 महीनों से रूस के साथ युद्ध के हमलों की विभीषिका झेल रहे यूक्रेन के सामने इस समय बिजली संकट सबसे बड़ा संकट बनकर उभरा है। रूसी हमलों में यहां नष्ट हुई पॉवर ग्रिड के बाद देश की लाखों की आबादी अंधेरे में डूबी है। हालांकि यूक्रेन को शनिवार को जपोरीजिया समेत चार परमाणु बिजलीघरों से विद्युत आपूर्ति शुरू करने में सफलता मिल गई, इन्हें अब नेशनल ग्रिड से जोड़ा जा है लेकिन देश के बड़े इलाके में अभी भी अंधेरा छाया हुआ है और कई लाख लोग ठंडक और अंधेरे की चपेट में हैं।
देश में 30 प्रतिशत बिजली की अभी कमी है। रूसी हमलों की शिकार हुई बिजली व्यवस्था को सुचारु करने में इंजीनियर और कर्मचारी रात-दिन काम कर रहे हैं। राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने देशवासियों से बिजली के उपयोग में मितव्ययता बरतने का अनुरोध किया है। कहा है कि जहां बिजली उपलब्ध है, वहां के लोग बिजली के उपकरणों का कम से कम इस्तेमाल करें और बिजली बचाएं।
राष्ट्रपति ने कहा है कि देश के 60 लाख लोग अभी भी बिना बिजली के हैं। शून्य डिग्री सेल्सियस से कम तापमान में इन लोगों को बिजली और पानी नहीं मिल रहा है। बिजली न आने से ये लोग हीटर और गर्मी पाने के अन्य उपकरणों का भी इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं।
यूक्रेन ने कहा है कि युद्ध में नागरिकों और नागरिक ठिकानों को निशाना बनाना युद्ध अपराध है। यूक्रेन के पड़ोसी देश और यूरोपीय संघ के अन्य देश विद्युत व्यवस्था कायम करने के लिए आवश्यक उपकरणों और अन्य सामग्री यूक्रेन को लगातार दे रहे हैं। इनसे यूक्रेनी अधिकारी और कर्मचारी काम कर तेजी व्यवस्था को सुचारु बना रहे हैं।
Ukraine Power Crisis: बीते 9 महीनों से रूस के साथ युद्ध के हमलों की विभीषिका झेल रहे यूक्रेन के सामने इस समय बिजली संकट सबसे बड़ा संकट बनकर उभरा है। रूसी हमलों में यहां नष्ट हुई पॉवर ग्रिड के बाद देश की लाखों की आबादी अंधेरे में डूबी है। हालांकि यूक्रेन को शनिवार को जपोरीजिया समेत चार परमाणु बिजलीघरों से विद्युत आपूर्ति शुरू करने में सफलता मिल गई, इन्हें अब नेशनल ग्रिड से जोड़ा जा है लेकिन देश के बड़े इलाके में अभी भी अंधेरा छाया हुआ है और कई लाख लोग ठंडक और अंधेरे की चपेट में हैं।
देश में 30 प्रतिशत बिजली की अभी कमी है। रूसी हमलों की शिकार हुई बिजली व्यवस्था को सुचारु करने में इंजीनियर और कर्मचारी रात-दिन काम कर रहे हैं। राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने देशवासियों से बिजली के उपयोग में मितव्ययता बरतने का अनुरोध किया है। कहा है कि जहां बिजली उपलब्ध है, वहां के लोग बिजली के उपकरणों का कम से कम इस्तेमाल करें और बिजली बचाएं।
राष्ट्रपति ने कहा है कि देश के 60 लाख लोग अभी भी बिना बिजली के हैं। शून्य डिग्री सेल्सियस से कम तापमान में इन लोगों को बिजली और पानी नहीं मिल रहा है। बिजली न आने से ये लोग हीटर और गर्मी पाने के अन्य उपकरणों का भी इस्तेमाल नहीं कर पा रहे हैं।
यूक्रेन ने कहा है कि युद्ध में नागरिकों और नागरिक ठिकानों को निशाना बनाना युद्ध अपराध है। यूक्रेन के पड़ोसी देश और यूरोपीय संघ के अन्य देश विद्युत व्यवस्था कायम करने के लिए आवश्यक उपकरणों और अन्य सामग्री यूक्रेन को लगातार दे रहे हैं। इनसे यूक्रेनी अधिकारी और कर्मचारी काम कर तेजी व्यवस्था को सुचारु बना रहे हैं।
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