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खिली धूप, खुला आसमान; दिवाली के बाद बढ़ा पलूशन, पर पहले से कहीं अच्छे हालात

दिवाली के बाद एक बार फिर दिल्ली की वायु गुणवत्ता बहुत खराब हुई है। फिर भी पिछले सालों की तुलना में हालात बेहतर हैं। देश के अन्य प्रमुख शहरों की क्या स्थिति है, जानिए


दिवाली के बाद एक बार फिर दिल्ली की वायु गुणवत्ता बहुत खराब हुई है। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के मुताबिक, दिल्ली की हवा बहुत खराब श्रेणी में रिकॉर्ड हुई है। फिर भी दिवाली के अगले दिन पिछले सालों की तुलना में दिल्ली में हालात काफी बेहतर हैं। मंगलवार की सुबह दिल्लीवासियों को खिली धूप के साथ खुला आसमान नजर आया। यहां यह भी गौर करने वाली बात है कि पटाखों पर बैन के बावजूद दिल्ली में दिवाली की रात जमकर पटाखे फोड़े गए और कानून की जमकर धज्जियां उड़ाई गई। देश के अन्य प्रमुख शहरों मुंबई, कोलकाता, बेंगलुरु और चेन्नई में क्या हालात हैं...

दिवाली के एक दिन बाद यानी आज दिल्ली के अलग-अलग इलाकों में एक्यूआई लेवल औसतन 326 है। यह बेहद खराब श्रेणी है। फिर भी पिछले आठ सालों की तुलना में हालात बेहतर हैं। दिवाली के दिन शाम चार बजे केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने वायु गुणवत्ता 312 दर्ज की थी। एक दिन पहले दिल्ली में वायु गुणवत्ता 259 (खराब श्रेणी) थी। अनुमान है कि पटाखों से फैले प्रदूषण और पड़ोसी राज्यों द्वारा जलाई गई पराली के प्रभाव के कारण वायु गुणवत्ता में असर पड़ा है।

पहले से हालात बेहतर कैसे
2015 के बाद यह दूसरी बार है जब देश की राजधानी में संतोषजनक एक्यूआई लेवल दर्ज हुआ है। हालांकि 326 एक्यूआई लेवल भी खराब श्रेणी में आता है। पर हालात पिछले 8 सालों की तुलना में काफी बेहतर हैं। दिवाली के दिन 2015 के बाद 2018 में दिल्ली का एक्यूआई लेवल दर्ज हुआ था। यह 281 (खराब श्रेणी) था। हालांकि, अगले ही दिन यह आंकड़ा 390 (बहुत खराब) तक पहुंच गया था। आज सुबह दिल्ली में एक्यूआई लेवल 326 दर्ज हुआ है जो दर्शाता है कि हालात पहले से बेहतर है।

पिछले साल की बात करें तो दिवाली के दिन एक्यूआई पहले से ही 382 (बहुत खराब) था और यह अगले दिन शाम 4 बजे 462 के साथ 'गंभीर' श्रेणी तक पहुंच गया। साल 2020 में, दिवाली के दिन (14 नवंबर) को दिल्ली का एक्यूआई 414 (गंभीर) था और यह अगले दिन बढ़कर 435 (गंभीर) तक पहुंचा।

एक्यूआई लेवल कैटेगरी कैसे तय होती है
सीपीसीबी शून्य और 50 के बीच एक्यूआई को "अच्छा", 51 और 100 के बीच "संतोषजनक", 101 और 200 "मध्यम", 201 और 300 "खराब", 301 और 400 "बहुत खराब", और 401 और 500 के रूप में गंभीर श्रेणी वर्गीकृत करता है।

देश के अन्य प्रमुख शहरों के क्या हालात हैं-

मुंबई
भारत की वित्तीय राजधानी में मुंबई में एक्यूआई लेवल खराब श्रेणी में दर्ज हुआ है। हालांकि पिछले साल की तुलना में हालात बेहतर हैं। मंगलवार की सुबह मुंबई शहर का एक्यूआई लेवल 281 है। कई इलाकों में 200 से नीचे एक्यूआई भी दर्ज हुआ है।


बेंगलुरु
कर्नाटक की राजधानी और मेट्रो सिटी बेंगलुरु में भी वायु गुणवत्ता संतोषजनक नजर आई। मंगलवार सुबह बेंगलुरु सिटी का एक्यूआई लेवल 84 दर्ज हुआ है। हालांकि एक आध जगहों पर वायु गुणवत्ता "खराब" श्रेणी में है।

चेन्नई
तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई के अधिकांश इलाके "खराब" AQI दर्ज हुए। यहां मंगलवार की सुबह एक्यूआई लेवल 231 दर्ज हुआ है। केवल कोडुंगैयूर में हवा की गुणवत्ता "मध्यम" श्रेणी में दर्ज की गई।

कोलकाता
दिल्ली के पास पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में वायु गुणवत्ता अच्छी श्रेणी में दर्ज हुई है। यहां अधिकतर इलाकों में एक्यूआई लेवल 100 से काफी कम है।
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