2020 से बंद पड़ी इस सरकारी कंपनी का खुल गया ताला, टाटा ग्रुप ने शुरू कर दिया कारोबार
टाटा ग्रुप (Tata Group) ने कहा कि ओडिशा स्थित नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड ने टाटा स्टील की सहायक कंपनी द्वारा 12,000 करोड़ रुपये में अधिग्रहण के लगभग 90 दिनों के बाद परिचालन शुरू कर दिया गया है।
साल 2020 यानी लगभग दो साल से बंद पड़ी सरकारी कंपनी नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड (NINL) में कारोबार शुरू हो गया है। एक बयान में टाटा ग्रुप (Tata Group) ने कहा कि ओडिशा स्थित नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड ने टाटा स्टील (Tata steel) की सहायक कंपनी द्वारा 12,000 करोड़ रुपये में अधिग्रहण के लगभग 90 दिनों के बाद परिचालन शुरू कर दिया गया है। आपको बता दें कि नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड एक सरकारी कंपनी थी, जिसे हाल ही में टाटा स्टील ने अपनी सब्सिडियरी कंपनी टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स (टीएसएलपी) के जरिये खरीदा है। यह डील इस साल जनवरी में 12,000 करोड़ रुपये में हुई थी।
कंपनी के शेयरों में तेजी
टाटा ग्रुप की प्रमुख स्टील कंपनी टाटा स्टील के शेयरों में आज शुरुआती कारोबार में 2.19% की तेजी रही। कंपनी के शेयर 100.50 रुपये पर कारोबार कर रहे हैं। पिछले पांच दिन में यह शेयर 3.66% चढ़ा है। हालांकि, पिछले एक महीने में टाटा स्टील का शेयर बिकवाली के दबाव में है और 5.99% तक टूट चुका है।
टाटा ग्रुप का प्लान
टाटा ने हाल ही बताया था कि नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड का परिचालन पुन: शुरू करने के वह तेजी से विकसित होगी और अगले कुछ वर्षों में इसकी क्षमता को बढ़ाकर 45 लाख टन सालाना पर पहुंचाएगी। दस लाख टन प्रतिवर्ष क्षमता वाले ओडिशा स्थित इस्पात संयंत्र का अधिग्रहण पूरा करने के बाद जारी बयान में टाटा स्टील ने कहा था कि एनआईएनएल की क्षमता 2030 तक बढ़ाकर एक करोड़ टन प्रतिवर्ष करने की भी योजना है।
कंपनी का कारोबार
1.1 मिलियन टन स्टील बनाने की क्षमता वाला प्लांट विभिन्न कारणों से लगभग दो वर्षों से बंद था। इसके अलावा कंपनी के पास खुद के इस्तेमाल वाला बिजली प्लांट है। कंपनी के पास लौह अयस्क खदान भी है, जो विकास के चरण में है। कंपनी के पास लौह अयस्क खदान भी है, जो विकास के चरण में है।
साल 2020 यानी लगभग दो साल से बंद पड़ी सरकारी कंपनी नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड (NINL) में कारोबार शुरू हो गया है। एक बयान में टाटा ग्रुप (Tata Group) ने कहा कि ओडिशा स्थित नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड ने टाटा स्टील (Tata steel) की सहायक कंपनी द्वारा 12,000 करोड़ रुपये में अधिग्रहण के लगभग 90 दिनों के बाद परिचालन शुरू कर दिया गया है। आपको बता दें कि नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड एक सरकारी कंपनी थी, जिसे हाल ही में टाटा स्टील ने अपनी सब्सिडियरी कंपनी टाटा स्टील लॉन्ग प्रोडक्ट्स (टीएसएलपी) के जरिये खरीदा है। यह डील इस साल जनवरी में 12,000 करोड़ रुपये में हुई थी।
कंपनी के शेयरों में तेजी
टाटा ग्रुप की प्रमुख स्टील कंपनी टाटा स्टील के शेयरों में आज शुरुआती कारोबार में 2.19% की तेजी रही। कंपनी के शेयर 100.50 रुपये पर कारोबार कर रहे हैं। पिछले पांच दिन में यह शेयर 3.66% चढ़ा है। हालांकि, पिछले एक महीने में टाटा स्टील का शेयर बिकवाली के दबाव में है और 5.99% तक टूट चुका है।
टाटा ग्रुप का प्लान
टाटा ने हाल ही बताया था कि नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड का परिचालन पुन: शुरू करने के वह तेजी से विकसित होगी और अगले कुछ वर्षों में इसकी क्षमता को बढ़ाकर 45 लाख टन सालाना पर पहुंचाएगी। दस लाख टन प्रतिवर्ष क्षमता वाले ओडिशा स्थित इस्पात संयंत्र का अधिग्रहण पूरा करने के बाद जारी बयान में टाटा स्टील ने कहा था कि एनआईएनएल की क्षमता 2030 तक बढ़ाकर एक करोड़ टन प्रतिवर्ष करने की भी योजना है।
कंपनी का कारोबार
1.1 मिलियन टन स्टील बनाने की क्षमता वाला प्लांट विभिन्न कारणों से लगभग दो वर्षों से बंद था। इसके अलावा कंपनी के पास खुद के इस्तेमाल वाला बिजली प्लांट है। कंपनी के पास लौह अयस्क खदान भी है, जो विकास के चरण में है। कंपनी के पास लौह अयस्क खदान भी है, जो विकास के चरण में है।
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