बच्ची के साथ सरेंडर करने आई महिला नक्सली कमांडर
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। 5 लाख की इनामी हार्डकोर महिला नक्सली ने सामने सरेंडर कर दिया है। समर्पण के दौरान महिला नक्सली अपनी बच्ची को साथ लेकर आई थी।
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। शनिवार को 5 लाख की इनामी हार्डकोर महिला नक्सली ने एसपी के सामने सरेंडर कर दिया है। समर्पण के दौरान महिला नक्सली अपनी बच्ची को साथ लेकर आई थी। समर्पित नक्सली का नाम सोमली सोढ़ी उर्फ वनिता है और वह केरलापाल एरिया कमेटी की एलओएस कमांडर थीं। महिला नक्सली ने सरेंडर का कारण संगठन में महिला माओवादियों के साथ दुर्व्यवहार होना बताया है।
बीजापुर एसपी आंजनेय वैष्णव ने बताया कि सरेंडर करने वाली 5 लाख की महिला नक्सली का पति भी संगठन में सक्रिय था। उसके पति ने भी सरेंडर किया था। सोमली के पति का नाम मुइया है। वह केरलापाल एरिया कमेटी का सचिव था। उसकी गिनती दुर्दांत नक्सलियों में होती थी। उस पर 15 लाख रुपये से ज्यादा का इनाम था। संगठन में रहते हुए सोमली ने मुइका से शादी की और उनसे एक बच्ची भी है। आत्मसमर्पित महिला नक्सली 2003 से अब तक फोर्स को नुकसान पहुंचाने, जवानों की हत्या, लूट, आगजनी, मुठभेड़, सरकारी संपत्ति को नुकसान सहित 8 बड़ी घटनाओं में शामिल रही है। एसपी ने बताया कि सरेंडर करने वाली महिला नक्सली को शासन की पुनर्वास नीति का लाभ दिया जाएगा।
2003 में नक्सल संगठन से जुड़ी सोमली
सोमली ने पुलिस को बताया कि वह 2003 में गंगालूर एरिया कमेटी एलओएस कमांडर हरिराम माड़वी के साथ पीएलजीए सदस्य के रूप में संगठन से जुड़ी। 2004 में गंगालूर से बदली कर मद्देड़ एरिया कमेटी इंचार्ज डीव्हीसीएम प्रसाद के टीम में काम करने को भेज दिया गया। अलग-अलग वर्षों में वह एरिया कमेटी इंचार्ज, एलओएस डिप्टी कमांडर, मद्देड़ एरिया कमेटी डॉक्टर टीम अध्यक्ष, कंपनी नंबर-2 की पीपीसी सदस्य व सीएनएम सदस्य के रूप में काम कर चुकी है। 2014 से 2018 तक बासागुड़ा एलओएस कमांडर व 2018 से 2021 तक नागारम एलओएस कमांडर भी रह चुकी है
छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। शनिवार को 5 लाख की इनामी हार्डकोर महिला नक्सली ने एसपी के सामने सरेंडर कर दिया है। समर्पण के दौरान महिला नक्सली अपनी बच्ची को साथ लेकर आई थी। समर्पित नक्सली का नाम सोमली सोढ़ी उर्फ वनिता है और वह केरलापाल एरिया कमेटी की एलओएस कमांडर थीं। महिला नक्सली ने सरेंडर का कारण संगठन में महिला माओवादियों के साथ दुर्व्यवहार होना बताया है।
बीजापुर एसपी आंजनेय वैष्णव ने बताया कि सरेंडर करने वाली 5 लाख की महिला नक्सली का पति भी संगठन में सक्रिय था। उसके पति ने भी सरेंडर किया था। सोमली के पति का नाम मुइया है। वह केरलापाल एरिया कमेटी का सचिव था। उसकी गिनती दुर्दांत नक्सलियों में होती थी। उस पर 15 लाख रुपये से ज्यादा का इनाम था। संगठन में रहते हुए सोमली ने मुइका से शादी की और उनसे एक बच्ची भी है। आत्मसमर्पित महिला नक्सली 2003 से अब तक फोर्स को नुकसान पहुंचाने, जवानों की हत्या, लूट, आगजनी, मुठभेड़, सरकारी संपत्ति को नुकसान सहित 8 बड़ी घटनाओं में शामिल रही है। एसपी ने बताया कि सरेंडर करने वाली महिला नक्सली को शासन की पुनर्वास नीति का लाभ दिया जाएगा।
2003 में नक्सल संगठन से जुड़ी सोमली
सोमली ने पुलिस को बताया कि वह 2003 में गंगालूर एरिया कमेटी एलओएस कमांडर हरिराम माड़वी के साथ पीएलजीए सदस्य के रूप में संगठन से जुड़ी। 2004 में गंगालूर से बदली कर मद्देड़ एरिया कमेटी इंचार्ज डीव्हीसीएम प्रसाद के टीम में काम करने को भेज दिया गया। अलग-अलग वर्षों में वह एरिया कमेटी इंचार्ज, एलओएस डिप्टी कमांडर, मद्देड़ एरिया कमेटी डॉक्टर टीम अध्यक्ष, कंपनी नंबर-2 की पीपीसी सदस्य व सीएनएम सदस्य के रूप में काम कर चुकी है। 2014 से 2018 तक बासागुड़ा एलओएस कमांडर व 2018 से 2021 तक नागारम एलओएस कमांडर भी रह चुकी है
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