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गुलजार होंगे छत्तीसगढ़ के स्कूल, गुलाल-मिठाई से होगा बच्चों का स्वागत

छत्तीसगढ़ में आज से स्कूल फिर से गुलजार होंगे। 2 साल बाद पूरी क्षमता के साथ स्कूल खोले जा रहे हैं। गुलाल लगाकर व मिठाई खिलाकर बच्चों का स्वागत होगा। नक्सली दहशत से बंद 260 स्कूलों को भी खोला जाएगा।


छत्तीसगढ़ में आज से स्कूल फिर से गुलजार होंगे। दो साल बाद पूरी क्षमता के साथ स्कूलों को खोला जा रहा है। गुलाल लगाकर व मिठाई खिलाकर बच्चों का स्वागत होगा। बस्तर संभाग में नक्सली दहशत की वजह से बंद स्कूलों को भी सरकार फिर खोलने जा रही है। संभाग के 4 जिलों नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा में नक्सलियों ने 400 स्कूलों के भवन को तोड़ा है, उसमें से 260 स्कूलों को खोला जा रहा है। यह सभी स्कूल 2 दशक से बंद पड़े हैं। सीएम भूपेश बघेल प्रवेशोत्सव के दौरान इसकी घोषणा करेंगे। राज्य सरकार की इस पहल से माओवादियों के बंदूक पर बस्ता (कॉपी-किताब) भारी पड़ेगा।

बता दें कि बस्तर में लाल आतंक पर नकेल कसने फोर्स की तैनाती की गई है। जवानों को स्कूलों में ठहराया गया था। इसके बाद अर्धसैनिक बलों को मदद न मिले, इसलिए नक्सलियों ने स्कूलों को ब्लास्ट कर उड़ाना शुरू दिया। 20 वर्षों में नक्सलियों ने 400 से ज्यादा स्कूलों को निशाना बनाया। नक्सली दहशत की वजह से कई स्कूलों को बंद भी करना पड़ा। नक्सल प्रभावित 4 जिलों में बच्चों को शिक्षा से जोड़ने 260 स्कूलों को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया गया है, जिसमें बीजापुर में 158, सुकमा में 97, नारायणपुर में 4 और दंतेवाड़ा में एक स्कूल को फिर से खोला जा रहा है। इन स्कूलों से 11 हजार 13 विद्यार्थियों को शिक्षा मिलेगी। दोपहर में होने वाले राज्य स्तरीय शाला प्रवेशोत्सव के दौरान इन स्कूलों को खोले जाने की घोषणा सीएम भूपेश बघेल करेंगे।

स्कूलों में पहले ही दिन से शुरू होगी पढ़ाई
छत्तीसगढ़ में नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत गुरुवार हो रही है। आज शाला प्रवेशोत्सव मनाया जाएगा। प्रदेश और जिला स्तर पर कार्यक्रम होंगे। स्कूल शिक्षा विभाग ने नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर और सुकमा जिले के कलेक्टरों को कहा है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्र में जिन स्कूलों को खोला जा रहा है, वहां पूरी व्यवस्था की जाए। स्कूलों में पहले ही दिन से पढ़ाई शुरू होगी। स्कूलों में शिक्षकों की व्यवस्था की जाए। किसी भी स्कूल में शिक्षक नहीं होने जैसे बातें नहीं आनी चाहिए। स्कूलों में पहले से पढ़ाई में सहयोग कर रहे विद्या दूतों की सेवाओं को आगे बढ़ाया जाए या नए विद्यादूतों की सेवाएं ली जाए।

दो साल बाद पूरी क्षमता के साथ खुल रहे स्कूल
स्कूल शिक्षा मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम ने कहा है कि नया सत्र 16 जून से प्रारंभ हो रहा है। मैंने सभी मंत्रियों, संसदीय सचिवों, सांसद, विधायक, नगरीय निकायों और पंचायती राज संस्थाओं के जनप्रतिनिधियों को पत्र लिखा है। उन्होंने कहा कि यह स्कूल हम सभी के हैं और हम सबको मिलकर ही इन स्कूलों को चलाना है। जनप्रतिनिधियों से अपेक्षा है कि कोई भी बच्चा शाला त्यागी और अप्रवेशी न रहे। मंत्री टेकाम ने कहा है कि पिछले दो वर्षों में कोरोना के कारण बच्चों की पढ़ाई बहुत प्रभावित हुई है। इस वर्ष हम समय पर स्कूल खोल पा रहे हैं। पहले की भांति अब पूरी क्षमता से स्कूल का संचालन होगा।
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