हवाई सफर हो सकता है महंगा!
एविएशन टरबाइन फ्यूल (Aviation Turbine Fuel) की कीमतों में आज यानी 16 जून को 16.3% की बढ़ोतरी हुई है। इस वृद्धि के बाद दिल्ली में एटीएफ का दाम बढ़कर 1,41,232.87 प्रति किलोलीटर हो गया है।
अगर आप भी आने वाले त्योहारी सीजन में सस्ता हवाई सफर करने की योजना बना रहे हैं, तो आपके बजट को जोरदार झटका लग सकता है। हवाई जहाज में इस्तेमाल किए जाने वाले ईंधन, एविएशन टरबाइन फ्यूल (ATF) की कीमतों में आज यानी 16 जून को 16.3% की बढ़ोतरी हुई है। इस वृद्धि के बाद दिल्ली में एटीएफ का दाम बढ़कर 1,41,232.87 प्रति किलोलीटर हो गया है, जिसका असर आने वाले दिनों में एयर फेयर (हवाई किराए) में देखने को मिल सकता है।
10 से 15% तक महंगा हो सकता है हवाई सफर!
समाचार एजेंसी PTI के अनुसार स्पाइसजेट के CMD अजय सिंह ने कहा कि एविएशन टरबाइन फ्यूल (ATF) की कीमतों में तेज उछाल और डॉलर के मुकाबले रुपये के गिरते भाव के कारण घरेलू एयरलाइंस के सामने जल्द से जल्द किराया बढ़ाने के अलावा कोई विकल्प ही नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि हवाई किराये में कम से कम 10 से 15% के इजाफे की जरूरत है।
हवाई जहाज के तेल की कीमतों में इजाफे की वजह क्या है?
रूस और यूक्रेन युद्ध की वजह से कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिली है। एटीएफ की कीमतों में इजाफे की सबसे बड़ी वजह यही है। स्पाइसजेट के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर अजय सिंह बताते हैं, 'जून 2021 से अब तक एटीएफ की कीमतों में 120% का इजाफा देखने को मिला है। यह भारी वृद्धि टिकाऊ नहीं है। केन्द्र और राज्य सरकारों को एटीएफ पर रखने वाले टैक्स में कटौती करने की जरूरत है।
भारतीय एयरलाइंस पर पड़ रहा है कैसा असर?
कोविड-19 की वजह से पिछली कई तिमाही में घरेलू एयरलाइंस कंपनियों को भारी नुकसान झेलना पड़ा था। महंगे होते एटीएफ ने 30 से 40% तक का खर्च एयरलाइंस का बढ़ा दिया है। जिसका असर सीधे तौर मुनाफे पर पड़ रहा है। बता दें, लगातार एटीएफ की कीमतों में हो रहे इजाफे की वजह से लोकप्रिय रास्तों पर मई 2021 तुलना में मई 2022 में घरेलू हवाई सफर करने वाले लोगों को 50 से 75% अधिक किराया देना पड़ा है।
अगर आप भी आने वाले त्योहारी सीजन में सस्ता हवाई सफर करने की योजना बना रहे हैं, तो आपके बजट को जोरदार झटका लग सकता है। हवाई जहाज में इस्तेमाल किए जाने वाले ईंधन, एविएशन टरबाइन फ्यूल (ATF) की कीमतों में आज यानी 16 जून को 16.3% की बढ़ोतरी हुई है। इस वृद्धि के बाद दिल्ली में एटीएफ का दाम बढ़कर 1,41,232.87 प्रति किलोलीटर हो गया है, जिसका असर आने वाले दिनों में एयर फेयर (हवाई किराए) में देखने को मिल सकता है।
10 से 15% तक महंगा हो सकता है हवाई सफर!
समाचार एजेंसी PTI के अनुसार स्पाइसजेट के CMD अजय सिंह ने कहा कि एविएशन टरबाइन फ्यूल (ATF) की कीमतों में तेज उछाल और डॉलर के मुकाबले रुपये के गिरते भाव के कारण घरेलू एयरलाइंस के सामने जल्द से जल्द किराया बढ़ाने के अलावा कोई विकल्प ही नहीं बचा है। उन्होंने कहा कि हवाई किराये में कम से कम 10 से 15% के इजाफे की जरूरत है।
हवाई जहाज के तेल की कीमतों में इजाफे की वजह क्या है?
रूस और यूक्रेन युद्ध की वजह से कच्चे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी देखने को मिली है। एटीएफ की कीमतों में इजाफे की सबसे बड़ी वजह यही है। स्पाइसजेट के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर अजय सिंह बताते हैं, 'जून 2021 से अब तक एटीएफ की कीमतों में 120% का इजाफा देखने को मिला है। यह भारी वृद्धि टिकाऊ नहीं है। केन्द्र और राज्य सरकारों को एटीएफ पर रखने वाले टैक्स में कटौती करने की जरूरत है।
भारतीय एयरलाइंस पर पड़ रहा है कैसा असर?
कोविड-19 की वजह से पिछली कई तिमाही में घरेलू एयरलाइंस कंपनियों को भारी नुकसान झेलना पड़ा था। महंगे होते एटीएफ ने 30 से 40% तक का खर्च एयरलाइंस का बढ़ा दिया है। जिसका असर सीधे तौर मुनाफे पर पड़ रहा है। बता दें, लगातार एटीएफ की कीमतों में हो रहे इजाफे की वजह से लोकप्रिय रास्तों पर मई 2021 तुलना में मई 2022 में घरेलू हवाई सफर करने वाले लोगों को 50 से 75% अधिक किराया देना पड़ा है।
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