यूएन में रूस के खिलाफ नहीं बोला भारत
अमेरिका के टॉप डिप्लोमैट ने कहा है कि वह भारत को रूस के खिलाफ वोट करने के लिए राजी करने का प्रयास कई बार कर चुके हैं लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली है। बुधवार को संयुक्त राष्ट्र में तीसरी बार इस मामले में वोटिंग कराई गई थी।
अमेरिका के स्टेट स्टेट सेक्रटरी डोनाल्ड लू ने कहा, 'कुछ दिन में कई रोचक घटनाक्रम हुए हैं। सभी देशों ने भारत से कहा कि वह एक देश की प्रभुता औऱ अखंडता का सम्मान करते हुए रूस के खिलाफ वोट करे। हमारे अधिकारी भी इस बारे में भारत को मनाने में जुटे हैं। उनके बीच उच्च स्तरीय वार्ता हो रही है।'
संयुक्त राष्ट्र महासभा के 193 सदस्यों ने रूस के खिलाफ निंदा प्रस्ताव के समर्थन में वोट दिए। यूक्रेन पर हमला और स्वतंत्र राष्ट्र की प्रभुता और अखंडता का हवाला देकर भारत से भी यूक्रेन का साथ देने की अपील की गई है। 141 सदस्यों के समर्थन के साथ इस प्रस्ताव को पारित कर दिया गया।
इसमें पांच सदस्यों ने प्रस्ताव के खिलाफ वोट किया और 35 देशों ने वोटिंग से दूरी बना ली। बता दें कि जनरल असेंबली में किसी प्रस्ताव को स्वीकार करने केलिए 2/3 सदस्यों का समर्थन जरूरी होता है।
यूएन में भारत के राजदूत टीएस तिरुमूर्ति ने यूक्रेन की हालत पर चिंता जताई और कहा कि भारत मानवीय ऐंगल से हर तरह सहायता करेगा। उन्होंने कहा कि बातचीत के जरिए संकट को खत्म करने की कोशिश की जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत शांति के लिए इंटरनेशनल कम्युनिटी का समर्थन करता है
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