मुंबई क्रूज ड्रग्स पार्टी का मध्यप्रदेश कनेक्शन, भोपाल से मिले इनपुट के आधार पर NCB ने मारा था छापा
मुंबई क्रूज ड्रग्स पार्टी (Mumbai Cruise Drugs Party) मामले में हर दिन कोई बड़ा खुलासा हो रहा है. इस ड्रग्स पार्टी में बॉलीवुड सुपरस्टार शाहरुख खान (bollywood superstar shahrukh khan) का बेटा आर्यन खान (Aryan Khan Drug Case) भी पकड़ा गया है. और उसी के साथ सागर जिले की रहने वाली मुनमुन धमीचा को भी पकड़ा गया है. मुनमुन धमीचा के इस केस में पकड़े जाने के बादअब एक और चौंकाने वाला खुलासा हुआ है. भोपाल के रहने वाले शख्स नीरज यादव का दावा है कि उसने ही क्रूज पर रेव पार्टी का इनपुट दिया था.
बता दें कि NCB ने सूचना मिलने के बाद क्रूज पर छापेमारी की थी. इस छापेमारी में टीम ने आर्यन खान समेत आठ लोगों को गिरफ्तार किया था. लेकिन इस पूरे मामले में तीन शख्स ऐसे हैं, जो NCB के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं. इनमें से एक शख्स वो है जिसने इस मामले की सूचना दी थी. जिसके बाद NCB ने इस छापेमारी को अंजाम दिया और दो लोग वो हैं जिनकी वजह से एनसीबी की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं.
NCB की कार्रवाई पर उठे सवाल
भानूशाली और गोसावी वो ही शख्स हैं. जो क्रूज पर छापेमारी के दौरान आर्यन खान और अरबाज मर्चेंट का हाथ पकड़ कर जाते हुए दिखे थे. इन दोनों के छापेमारी में शामिल होने पर NCB की कार्रवाई पर सवाल उठ रहे हैं. किरकिरी होने के बाद NCB ने उन दोनों को लेकर सफाई दी थी कि ये दोनों मामले के स्वतंत्र गवाह हैं.
नीरज के पास चैट पर हैं सारे सबूत
नीरज ने कहा कि उसी ने ही मनीष भानुशाली को 27 लोगों के नाम भी भेजे थे जो उस दिन पार्टी में ड्रग्स लेकर पहुंचने वाले थे. नीरज के पास भानुशाली को किए गए फोन कॉल का सबूत भी है. भानुशाली ने नीरज को व्हॉट्सएप पर मैसेज भेजकर ये भी बताया था कि वो मुंबई के लिए निकल रहे हैं.
भानुशाली खुद को बताता है बीजेपी का कार्यकर्ता
नीरज का दावा है कि क्रूज पर काम करने वाले उसके एक परिचित से उसे यह जानकारी हासिल हुई थी. इसके साथ ही उसने निजी जासूस किरण गोसावी को भी रेव पार्टी में ड्रग्स होने की जानकारी दी थी. नीरज के हिसाब से भानुशाली और गोसावी उस समय अहमदाबाद में थे और मुंबई निकलने से पहले उन्होंने उसे बताया था कि उनकी एनसीबी के लोगों से बात हो गई है. भानुशाली खुद को बीजेपी का कार्यकर्ता बताता है.
लेकिन इस पूरे मामले में ये तीन शख्स ऐसे हैं, जो NCB के लिए परेशानी का सबब बन सकते हैं. इनमें से एक शख्स वो है जिसने इस मामले की सूचना दी थी. जिसके बाद NCB ने इस छापेमारी को अंजाम दिया और दो लोग वो हैं जिनकी वजह से एनसीबी की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठ रहे हैं.
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